Ghaziabad News: उत्तर प्रदेश के गाज़ियाबाद में कवि नगर थाना इस समय गहरे शोक में डूबा हुआ है. थाने की तेजतर्रार और कर्मठ अधिकारी रिचा सचान का सोमवार देर रात एक दर्दनाक सड़क हादसे में निधन हो गया. उनकी असामयिक मौत से पूरे पुलिस विभाग और क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है. जानकारी के मुताबिक, सोमवार रात करीब 2 बजे रिचा सचान थाने में आयोजित ऑफिशियल मीटिंग के बाद अपनी बुलेट बाइक से घर लौट रही थीं. तभी रास्ते में अचानक उनकी बाइक के सामने एक स्ट्रीट डॉग आ गया.
कुत्ते को बचाने के लिए उन्होंने तुरंत बाइक को एक तरफ मोड़ा. लेकिन, उसी समय पीछे से तेज रफ्तार में आ रही एक वैगन-आर कार उनकी मोटरसाइकिल से जा टकराई. टक्कर इतनी जोरदार थी कि रिचा सचान सड़क पर गिर पड़ीं और गंभीर रूप से घायल हो गईं. आसपास मौजूद लोगों ने तुरंत उन्हें नजदीकी हॉस्पिटल पहुंचाया. लेकिन, अफसोस, डॉक्टरों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया.
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
रिचा सचान 2023 बैच की सब-इंस्पेक्टर थीं और उनकी पहली तैनाती गाजियाबाद में ही हुई थी. ड्यूटी के प्रति उनकी निष्ठा और तेजतर्रार कार्यशैली ने उन्हें सहकर्मियों और वरिष्ठ अधिकारियों के बीच खास पहचान दिलाई थी. रिचा मूल रूप से कानपुर की रहने वाली थीं.
वह अपने परिवार की सबसे छोटी और सबसे लाडली बेटी थीं. पिता बाबूराम सचान खेती-बाड़ी से जुड़े हैं, जबकि मां रेखा सचान एक गृहणी हैं. परिवार में उनके अलावा चार भाई-बहन और हैं. रिचा की असमय मौत ने पूरे परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है.
पढ़ाई और खेलकूद में भी अव्वल थीं रिचा
रिचा (Richa) की मां का कहना है कि वह पढ़ाई में बेहद तेज थीं और हमेशा बड़े सपने देखा करती थीं. उनका सपना था कि भविष्य में वह IAS अधिकारी बनें और इसके लिए वह तैयारी भी कर रही थीं. रिचा पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद में भी हमेशा अव्वल रहती थीं.
वहीं, पिता बाबूराम सचान (Baburam Sachan) बताते हैं कि उन्होंने सभी बच्चों की पढ़ाई का जिम्मा बराबरी से उठाया था, लेकिन रिचा सबसे छोटी होने के कारण सबकी चहेती थीं. उनका स्वभाव इतना मिलनसार था कि जो भी उनसे एक बार मिलता, वह उनका कायल हो जाता. रिचा के पिता की आंखों में आंसू थे जब उन्होंने कहा—”कभी सोचा भी नहीं था कि हमारी बेटी इस तरह अचानक हमसे बिछड़ जाएगी.”
मेरठ में की थी ट्रेनिंग
सब-इंस्पेक्टर रिचा सचान ने अपनी ट्रेनिंग मेरठ स्थित पुलिस ट्रेनिंग स्कूल (पीटीएस) में पूरी की थी. मार्च 2024 में ट्रेनिंग खत्म होने के बाद उनकी पहली तैनाती गाज़ियाबाद के कवि नगर थाने में हुई. नौकरी शुरू करने के कुछ ही समय बाद उन्होंने अपना शौक पूरा करते हुए अपनी मनपसंद बुलेट बाइक खरीदी. रिचा को बाइक चलाने का बेहद शौक था, लेकिन अफसोस कि यही बाइक उनकी असमय मौत का कारण बन गई. हालांकि, हादसे के वक्त उन्होंने हेलमेट पहना हुआ था.
हादसे के वक्त 50 किमी प्रति घंटा थी रफ्तार
एसीपी भास्कर वर्मा ने बताया कि हादसे के दौरान रिचा की बाइक की रफ्तार करीब 50 किलोमीटर प्रति घंटा थी. हादसे की जानकारी मिलते ही पुलिस टीम तुरंत मौके पर पहुंची और घायल रिचा को अस्पताल ले गई. लेकिन, डॉक्टरों ने जांच के बाद स्पष्ट कर दिया कि उनकी मौत अस्पताल पहुंचने से पहले ही हो चुकी थी.
सहकर्मियों और विभाग में शोक
इस दर्दनाक हादसे पूरा पुलिस विभाग शोक में डूबा है. रिचा के सहकर्मी उन्हें एक मेहनती, होशियार और खुशमिजाज अधिकारी के रूप में याद कर रहे हैं. वह अपनी लगन और ऊर्जा के लिए जानी जाती थीं. महज 23–24 साल की उम्र में इस तरह दुनिया को अलविदा कह देना परिवार और सहकर्मियों के लिए अब भी यकीन करना मुश्किल है.
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