देश का नाम इंडिया या भारत, मायावती की पहली प्रतिक्रिया आई सामने; जानिए समर्थन किया या विरोध

India Vs Bharat: देश भर में इस समय इंडिया और भारत को लेकर चर्चा शुरू है. कांग्रेस ने सबसे पहले ये मुद्दा उठाया और आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार देश के नाम के साथ छेड़छाड़ करने में लगी है और देश का नाम बदलने की कवायद शुरू है. सबसे पहले कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने इस मामले को उठाया. जिसके बाद तमाम विपक्षी दलों ने ये आरोप लगाया कि बीजेपी विपक्षी गठबंधन का नाम ‘इंडिया’ रखने से घबरा गई है, जिसके बाद देश भर में ये बहस शुरू हो गई.

इस मुद्दे पर देश भर के तमाम नेताओं का बयान सामने आ रहा है. वहीं, इस मामले में विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि ‘भारत’ शब्द का अर्थ संविधान में भी परिलक्षित होता है. एस जयशंकर ने आगे कहा,” “इंडिया दैट इज भारत, यह संविधान में है.” कृपया, मैं सभी को इसे पढ़ने के लिए आग्रह करता हूं.” अब इस पूरे मामले पर बीएसपी सुप्रिमों मायावती का बयान सामने आया है. उन्होंने इस मुद्दे को सत्ता और विपक्ष की मिलीभगत बताया है.

भारत बनाम इंडिया पर क्या बोलीं मायावती
भारत बनाम इंडिया को लेकर देश भर में सियासी बयानबाजी तेज है. इस बीच बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने अपनी बातों को रखा है. उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआई को दिए एक बयान में कहा, “देश के नाम को लेकर अपने संविधान के साथ छेड़छाड़ करने का मौका भाजपा के NDA को खुद विपक्ष ने एक सोची समझी रणनीती के तहत अपने गठबंधन का नाम INDIA रखकर दिया है. यह भी कहा जा सकता है कि यह सब सत्ता और विपक्ष अंदरूनी रूप से मिलकर कर रहे हैं. इसकी भी आशंका है.”

सुप्रीम कोर्ट ले संज्ञान
बीएसपी चीफ ने आगे कहा. “इसके साथ ही यहां मैं यह भी कहना चाहूंगी कि विपक्षी गठबंधन के इंडिया नाम को लेकर केंद्र की सरकार को चाहिए कि लगे हाथ इसके विरुद्ध सुप्रीम कोर्ट में जाना चाहिए था या फिर इस मामले में कानून बनाकर प्रतिबंध लगा देना चाहिए था. ऐसा नहीं कर इसे लेकर संकीर्ण राजनीति की जा रही है. वह जनविरोधी है.” उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी की यह मांग है कि सुप्रीम कोर्ट इसका संज्ञान लेकर ऐसी पार्टियों पर प्रतिबंध लगाए जो देश के नाम पर बने हो. पार्टियों और गठबंधन के नाम से देश की गरिमा को ठेस पहुंचेगी.

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