Divya Deshmukh: 19 साल की दिव्या देशमुख ने फिडे महिला चेस वर्ल्ड कप (FIDE 2025) जीतकर इतिहास रच दिया है. वह पहली भारतीय महिला हैं, जिन्होंने यह प्रतिष्ठित खिताब अपने नाम किया है. दिव्या देशमुख की इस उपलब्धि पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें बधाई दी है.
पीएम मोदी ने दी Divya Deshmukh को बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “भारतीय शतरंज के लिए यह एक अभूतपूर्व दिन रहा. दिव्या देशमुख ने न केवल 2025 फिडे महिला विश्व कप जीता है, बल्कि ग्रैंडमास्टर भी बनी हैं. उन्हें बधाई. उनकी यह उपलब्धि कई लोगों को प्रेरित करेगी और शतरंज को युवाओं के बीच और भी लोकप्रिय बनाने में योगदान देगी.”
It’s been a phenomenal day for Indian Chess!
Divya Deshmukh has not only won the 2025 FIDE Women’s World Cup but also become a Grandmaster. Congratulations to her. Her accomplishment will motivate many people and contribute to chess becoming even more popular among the youth.… https://t.co/JOZZ37RLnN
— Narendra Modi (@narendramodi) July 28, 2025
सीएम फडणवीस ने दी शुभकामनाएं
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने महिला शतरंज विश्व कप की विजेता दिव्या देशमुख को बधाई दी है. देवेंद्र फडणवीस ने वीडियो कॉल के जरिए दिव्या को शुभकामनाएं दीं. उन्होंने कहा, “बहुत-बहुत बधाई. आपने हमें गौरवान्वित किया है.” सीएम फडणवीस ने एक्स पर लिखा, “2025 फिडे महिला विश्व कप में अपनी शानदार जीत के बाद हमारी चैंपियन ग्रैंडमास्टर दिव्या देशमुख को वीडियो कॉल पर बधाई दी! महज 19 साल की उम्र में उन्होंने भारत की 88वीं ग्रैंडमास्टर और यह प्रतिष्ठित खिताब जीतने वाली पहली भारतीय महिला के रूप में इतिहास में अपना नाम दर्ज करा लिया है. नागपुर की जीवंत गलियों से लेकर वैश्विक शतरंज के मैदान तक उनका सफर प्रतिभा, दृढ़ संकल्प और अथक परिश्रम का प्रमाण है. बधाई हो दिव्या. आपने महाराष्ट्र और भारत को बहुत गौरवान्वित किया है.”
नितिन गडकरी ने भी दी बधाई
वहीं, केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने भी वीडियो कॉल के जरिए दिव्या को बधाई दी. उन्होंने कहा, “यह न सिर्फ नागपुर और महाराष्ट्र के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए खुशी और गर्व का पल है.”
नागपुर की रहने वाली हैं दिव्या
नागपुर की दिव्या की यह जीत उनकी शानदार उभरती प्रतिभा का सबूत है. पिछले साल उन्होंने विश्व जूनियर चैंपियनशिप जीती थी. 2024 में बुडापेस्ट में हुए शतरंज ओलंपियाड में उन्होंने भारत के स्वर्ण पदक जीतने में अहम भूमिका निभाई थी. बाकू में उनकी जीत ने उन्हें शतरंज की दुनिया में उभरता सितारा बना दिया है.