इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद के जासूस को मिली खौफनाक सजा, ईरान ने दी फांसी

Raginee Rai
Raginee Rai
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
Must Read
Raginee Rai
Raginee Rai
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Iran: ईरान ने इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद के एक जासूस को फांसी दे दी है. इस जासूस को मोसाद का सबसे चालाक और खतरनाक एजेंस बताया जा रहा था. इस शख्स का नाम पेड्राम मदनी था. ईरान की न्यायपालिका ने पुष्टि की है कि पेड्राम मदनी को मोसाद के लिए जासूसी करने और बड़े पैमाने पर वित्तीय भ्रष्टाचार के जुर्म में फांसी दी गई है. बताया गया कि कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद यह सजा लागू की गई. इस एजेंट को साल 2020 में तेहरान से गिरफ्तार किया गया था.

जर्मनी में ली ट्रेनिंग, खड़ा कर रहा था जासूसी नेटवर्क

मदनी पर आरोप था कि वह इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद के लिए काम कर रहा था और अवैध तरीकों से संपत्ति अर्जित कर रहा था. वो यूरोप में बिटकॉइन और यूरो के माध्‍यम से पैसे लेता था. जांच में पता चला कि पेड्राम मदनी अक्सर विदेश जाता था, खासकर जर्मनी. वहीं उसने मोसाद के ट्रेनिंग प्रोग्राम्स में शामिल हुआ. ट्रेनिंग के बाद वह ईरान लौटकर एक सक्रिय जासूसी नेटवर्क खड़ा करने लगा. न्यायपालिका के मुताबिक, मदनी लोगों की भर्ती करता, गोपनीय जानकारी जुटाता और इन्हें सुरक्षित चैनलों के माध्‍यम से मोसाद तक पहुंचाता था. सबसे चौंकाने वाली बात ये सामने आई कि मदनी ने ब्रसेल्स स्थित इजरायली दूतावास में सीधे मोसाद अधिकारी से मुलाकात की थी.

संवेदनशील ठिकानों की जानकारियां की लीक

डिजिटल फॉरेंसिक जांच में उसकी डिवाइसेज से कई गुप्त संदेश मिले हैं, जो उसने अपने हैंडलर को भेजे थे. कोर्ट में पेश सबूतों से स्‍पष्‍ट है कि मदनी ने ईरान के कई संवेदनशील और रणनीतिक ठिकानों की जानकारी उनके स्थान और विवरण मोसाद को भेजे थे. एक आदेश में तो उसके हैंडलर ने उसे साफ कहा था कि सूचनाओं को कैटेगराइज़ करके सर्विस की स्पेशल यूनिट तक पहुंचाया जाए.

इस तरह पकड़ा गया मोसाद का ये एजेंट

ईरानी सुरक्षा एजेंसियों ने सतर्क निगरानी से मोसाद के एजेंट का नेटवर्क ध्वस्त कर दिया. उसके विदेशी संपर्कों को काटा गया और उसे अरेस्‍ट किया गया. कोर्ट ने उसे ‘मोहरबेह’ (ईश्वर से युद्ध) और ‘इफसाद फिल-अर्ज़’ (ज़मीन पर भ्रष्टाचार फैलाना) का दोषी करार दिया. फैसले के मुताबिक, मदनी को मौत की सजा सुनाई गई, जिसे अब अंजाम दे दिया गया है. इससे पहले भी कई हाई-प्रोफाइल मोसाद एजेंट, जैसे मोहसिन लैंगरानशीन, पकड़े जा चुके हैं, जो ईरान में आतंक फैलाने की साजिश में संलिप्‍त थे.

ये भी पढ़ें :- चौथी तिमाही में 16.5% बढ़ा SAIL का मुनाफा, डिविडेंड का किया ऐलान

Latest News

परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने बिजली विभाग के कसे पेंच, जानिए क्या कहा?

Ballia: जिले में मंगलवार को पहुंचे प्रदेश सरकार के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने लोनिवि डाक-बंगले में बिजली विभाग...

More Articles Like This