Rahul Gandhi USA Visit: अमेरिका में राहुल गांधी ने जमकर की चीन की तारीफ, जानिए भारत को लेकर क्या बोले

Shubham Tiwari
Sub Editor The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Rahul Gandhi USA Visit: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी तीन दिवसीय दौरे पर रविवार को अमेरिका पहुंचे हैं. आज उनके दौरे का दूसरा दिन है. उन्होंने आज सोमवार को अमेरिका के टेक्सास यूनिवर्सिटी में संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आरएसएस पर जमकर हमला बोला. वहीं, रोजगार के मुद्दे पर दुश्मन देश चीन की जमकर तारीफ की. आइए जानते हैं क्या कुछ बोले राहुल गांधी…

चीन में नहीं है रोजगार की समस्या

दरअसल, अमेरिका पहुंचे राहुल गांधी ने टेक्सास यूनिवर्सिटी में संबोधन के दौरान रोजगार के मुद्दे पर बात की. इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत और पश्चिमी देशों में रोजगार की समस्या है लेकिन चीन में ऐसा नहीं है. वियतनाम में रोजगार की समस्या नहीं है. उन्होंने कहा कि 1940, 50 और 60 के दशक में अमेरिका वैश्विक उत्पादन का केंद्र था. कारें, वाशिंग मशीन, टीवी सभी चीजें अमेरिका में बनी. फिर प्रोडक्शन कोरिया, जापान गया उसके बाद से चीन की ओर चला गया. राहुल गांधी ने कहा कि आज चीन वैश्विक उत्पादन पर हावी हो रहा है.

भारत को सोचना होगा…

पश्चिम, अमेरिका, यूरोप और भारत ने उत्पादन का विचार छोड़ दिया है और उन्होंने इसे चीन को सौंप दिया है. उऩ्होंने  कहा कि भारत को उत्पादन और इसे व्यवस्थित करने के बारे में सोचना होगा. हमें लोकतांत्रिक माहौल में उत्पादन कैसे किया जाए, इसकी फिर से कल्पना करनी होगी. जब तक हम ऐसा नहीं करेंगे, हमें उच्च स्तर की बेरोजगारी का सामना करना पड़ेगा और स्पष्ट रूप से, यह टिकाऊ नहीं है.

BJP – RSS पर साधा निशाना

इस दौरान उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आरएसएस पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि हमने देखा कि लोकसभा चुनाव परिणाम के तुरंत बाद भारत में कोई भी बीजेपी या भारत के प्रधानमंत्री से नहीं डर रहा था तो ये बहुत बड़ी उपलब्धियां हैं और ये उपलब्धियां केवल राहुल गांधी या कांग्रेस पार्टी की नहीं है बल्कि हम सब की है. ये भारत के उन तमाम लोगों की उपलब्धियां हैं, जिन्होंने लोकतंत्र को महसूस किया, जिन्होंने महसूस किया कि हम अपने संविधान पर हमले को स्वीकार नहीं करेंगे.

वहीं, RSS पर निशाना साधते हुए राहुल ने कहा कि संघ का मानना ​​है कि भारत एक विचार है. मगर मेरा मानना है कि भारत विविधताओं का देश हैं. यहां लोगों के अपने अलग-अलग विचार हैं. उनके अपने अलग सपने हैं. उनके सोचने का नजरिया अलग है और होना भी चाहिए. जाति, भाषा, धर्म और परंपरा के आधार पर हम इसे अलग नहीं कर सकते है. सपने देखने का हक सभी को है और ये हक उन्हें मिलना चाहिए.

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