बांग्लादेश में बाढ़, भारत कैसे जिम्मेदार; अंतरिम सरकार को इंडिया ने गजब का दिया जवाब

Abhinav Tripathi
Sub Editor, The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Floods in Bangladesh: पड़ोसी देश बांग्लादेश के कई इलाकों में इस समय भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं. इस बाढ़ की वजह वहां की अंतरिम सरकार ने भारत को बताया है. मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व की बांग्लादेश की सरकार का दावा है कि भारत के कारण ही उनके देश के कई जिलों में बाढ़ आई है. ऐसा इसलिए क्योंकि त्रिपुरा में गोमती नदी पर बने बांध के फाटक को खोल दिया गया है. इस वजह से ही बाढ़ जैसी स्थिति देखने को मिली है.

बांग्लादेश के इस दावे को भारत ने सिरे से खारिज किया है. भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह समस्या ना केवल बांग्लादेश के लिए बल्कि भारत के लिए भी है. इस कारण दोनों दोनों को परेशानी होती है. इसका समाधान ढूढने की जरूरत है. विदेश मंत्रालय ने कहा कि हमने देखा है कि बांग्लादेश की पूर्वी सीमा के जिलों में बाढ़ त्रिपुरा में नदी के बांध खोलने के कारण आई है, लेकिन यह तथ्यात्मक रूप से सही नहीं है.

कैसे हुई जलस्तर में बढ़ोत्तरी

विदेश मंत्रालय का कहना है कि त्रिपुरा में इस वर्ष की सबसे भारी बारिश हुई है, इस वजह से भारत और बांग्लादेश से होकर बहने वाली गोमती नदी में पानी ज्यादा हुआ है. बांगालदेश में बाढ़ बांध के नीचे बड़े जलग्रहण क्षेत्रों के पानी के कारण आई है. विदेश मंत्रालय द्वारा यह भी कहा गया कि डंबूर बांध (बांग्लादेश की)सीमा से 120 किलोमीटर से अधिक दूर है. यह कम ऊंचाई (करीब 30 मीटर) का बांध है, जो बिजली पैदा करता है और बिजली ग्रिड में जाती है, जिससे बंग्लादेश को भी त्रिपुरा से 40 मेगावाट बिजली मिलती है.

भारी बारिश से बढ़ रही चिंता

इस साल पूरे त्रिपुरा में लगातार बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं. त्रिपुरा राज्य में और बांग्लादेश में 21 अगस्त से लगातार बारिश हो रही है. मंत्रालय का कहना है कि ज्यादा पानी के कारण कुछ स्थानों पर जलस्तर बढ़ गया है. इस वजह से दोनों देशों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इसके लिए समाधान निकालने के लिए दोनों देश प्रतिबद्ध हैं.

Latest News

‘भारत में अंग्रेजी बोलने वालों को जल्द ही शर्म महसूस होगी’, गृहमंत्री अमित शाह बोले

Amit Shah: भारत की भाषाई विरासत को पुन: प्राप्त करने और देसी भाषाओं पर गर्व करने के साथ दुनिया...

More Articles Like This

Exit mobile version