Washington: कनाडा के इतिहास में अमेरिका में सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाली राजदूतों में से एक क्रिस्टन हिलमैन अगले साल इस्तीफा दे रही हैं. हिलमैन पिछले छह वर्षों से अमेरिका में कनाडा की राजदूत हैं. कनाडा के पूर्व प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने 2017 में हिलमैन को नियुक्त किया था. इस्तीफे की वजह यही है कि दोनों प्रमुख व्यापारिक साझेदार देश मुक्त व्यापार समझौते की समीक्षा करने की योजना बना रहे हैं.
2026 में होनी है इस समझौते की समीक्षा
राजदूत क्रिस्टन हिलमैन ने एक पत्र में कहा कि यह सही समय है कि किसी ऐसे व्यक्ति को नियुक्त किया जाए जो अमेरिका-मेक्सिको-कनाडा मुक्त व्यापार समझौते को लेकर चल रही बातचीत पर नजर रखेगा. इस समझौते की समीक्षा 2026 में होनी है. कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने कहा कि राजदूत हिलमैन ने समझौते की आगामी समीक्षा में कनाडा के लिए आधार तैयार किया है. कार्नी ने इस बात का भी उल्लेख किया कि वह इस पद पर नियुक्त होने वाली पहली महिला थीं.
अमेरिकी और चीनी अधिकारियों के साथ भी किया काम
हिलमैन ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पहले कार्यकाल के दौरान व्यापार समझौते को लेकर वार्ता का नेतृत्व करने में मदद की. उन्होंने चीन में हिरासत में लिए गए दो कनाडाई नागरिकों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए अमेरिकी और चीनी अधिकारियों के साथ काम भी किया. कनाडा दुनिया में व्यापार पर सबसे अधिक निर्भर देशों में से एक है तथा कनाडा का 75 प्रतिशत से अधिक निर्यात अमेरिका को जाता है.
इससे पहले वसंत में भी हुआ था तनाव
अक्टूबर में राष्ट्रपति ट्रंप ने प्रधानमंत्री कार्नी के साथ व्यापार वार्ताएँ समाप्त कर दी थीं, क्योंकि ओंटारियो की प्रांतीय सरकार ने अमेरिका में एंटी-टैरिफ विज्ञापन चलाया था, जिससे ट्रंप नाराज़ हो गए थे. इससे पहले वसंत में भी तनाव हुआ था जब ट्रंप ने कहा था कि कनाडा को संयुक्त राज्य अमेरिका का 51वाँ राज्य बन जाना चाहिए. इस सप्ताह जब पूछा गया कि व्यापार वार्ताएँ कब फिर शुरू होंगी, ट्रंप ने जवाब दिया देखते हैं.
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