ब्रह्मोस के बाद फिलीपींस ला रहा चीन का ‘काल’, खरीदेगा टाइफॉन मिसाइल लॉन्चर, जानें खासियत

Raginee Rai
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Philippines: भारत से ब्रह्मोस मिसाइल हासिल करने के बाद फिलीपींस चीन के खिलाफ एक और ब्रह्मास्‍त्र ला रहा है. फिलीपींस अपनी रक्षा क्षमताओं को और मजबूत करने के लिए अमेरिका में निर्मित टाइफॉन मिसाइल लॉन्‍चर हासिल करने की तैयारी में हैं. इसके बारे में फिलीपींस के सेना प्रमुख जनरल रोमियो ब्रॉनर जूनियर ने 29 अगस्त को जानकारी दी. उन्होंने बताया कि फिलीपींस का लक्ष्य मध्यम-दूरी की क्षमता (MRC) वाली मिसाइल सिस्‍टम खरीदना है, जिसे टाइफॉन के तौर पर जाना जाता है. सेना प्रमुख ब्रॉनर ने यह भी कहा कि सेना एमआरसी संचालन के लिए ट्रेनिंग शुरू कर रही है. अप्रैल में अमेरिकी सेना ने फिलीपींस के सैनिकों के साथ संयुक्त प्रशिक्षण अभ्यास के हिस्से के रूप में उत्तरी लूजोन में अस्थायी रूप से एक टाइफॉन लांचर तैनात किया था.

चीन की बढ़ी टेंशन

फिलीपीनी बलों को संचालन से परिचित कराने के लिए टाइफॉन सिस्‍टम इस क्षेत्र में अभी तक तैनात है. हालांकि, टाइफॉन लॉन्‍चर को सितंबर तक फिलीपींस से हटा दिया जाएगा. बता दें कि उत्‍तरी लूजोन में अमेरिकी तैनाती से चीन काफी नाराज है. चीन ने फिलीपींस में टाइफॉन मिसाइल सिस्‍टम की मौजूदगी पर कड़ी आपत्ति जताई है. चीनी रक्षा मंत्री डोंग जून ने सिंगापुर में शांगरी-ला वार्ता में अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन के साथ बैठक के दौरान इस तैनाती की निंदा की. डोंग जून ने कहा कि यह क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए वास्तविक खतरा है.

केवल चीन ही नहीं अमेरिकी सिस्टम की तैनाती ने रूस को भी ऐतराज है. जुलाई में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने ऐलान किया कि रूस मध्यम और कम दूरी की परमाणु-सक्षम मिसाइलों का उत्पादन फिर से शुरू करेगा. इस फैसले की वजह बताते हुए रूस ने फिलीपींस में MRC सिस्‍टम की तैनाती का भी उल्लेख किया था.

टाइफॉन की खासियत

टाइफॉन मिसाइल प्रणाली जमीन से लॉन्च किया जाने वाला प्लेटफॉर्म है, जिसे स्टैंडर्ड मिसाइल 6 (SM-6) और टॉमहॉक लैंड अटैक मिसाइल दोनों को फायर करने के लिए बनाया गया है. स्टैंडर्ड मिसाइल 6 की रेंज 240 किमी से ज्यादा है, जबकि टॉमहॉक 2,500 किमी तक पहुंच सकती है. इस विस्तारित रेंज का अ‍र्थ है कि टाइफॉन दक्षिण चीन सागर और ताइवान स्ट्रेट समेत अहम क्षेत्रों को कवर करने में सक्षम है, जिससे महत्वपूर्ण क्षेत्रीय लक्ष्य इसकी पहुंच में आ सकते हैं.

फिलीपींस के पास पहले से ब्रह्मोस

टाइफॉन सिस्‍टम को शामिल करने से फिलीपींस की प्रतिरोधक क्षमता में काफी इजाफा हो सकता है. वर्तमान में फिलीपींस के मिसाइल शस्त्रागार में मध्यम दूरी की सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस शामिल है. फिलीपींस को इसी साल जून में भारत से ब्रह्मोस मिसाइलों का पहला बैच हासिल हुआ था. भारत का ब्रह्मोस मिसाइल मैक 2.8 की गति तक पहुंचने में सक्षम हैं, जो ध्वनि की गति से करीब तीन गुना ज्‍यादा है. यह 290 से 400 किमी तक है. ब्रह्मोस मिसाइल को फिलीपींस की रक्षा स्थिति को मजबूत करने के लिए एक अहम परिसंपत्ति के तौर पर देखा जाता है.

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