Washington: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने हमास को कड़ी चेतावनी दी है. कहा है कि ‘जरूरत पड़ने पर हम हमास को मिटा भी देंगे.’ ट्रंप ने कहा कि ‘अगर उसने क्षेत्र में संघर्ष विराम का उल्लंघन किया तो उसे उन्मूलन का सामना करना पड़ेगा. हमास को गंभीर परिणामों से बचने के लिए अच्छा होना चाहिए और अच्छा व्यवहार करना चाहिए.’
जरूरत पड़ने पर हम उन्हें मिटा देंगे
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि ‘पहली बार मध्य पूर्व में शांति है. हमने हमास के साथ समझौता किया था कि वे बहुत अच्छे रहेंगे. वे अच्छा व्यवहार करेंगे वे अच्छे रहेंगे और अगर वे ऐसा नहीं करते तो जरूरत पड़ने पर हम उन्हें मिटा देंगे. वे मिटा दिए जाएंगे और वे यह जानते हैं.’ उन्होंने हमास पर अतीत में हिंसा का आरोप लगाया और सुझाव दिया कि ‘समूह को अब महत्वपूर्ण बाहरी समर्थन प्राप्त नहीं है खासकर ईरान से. वे अंदर गए और बहुत से लोगों को मार डाला. वे हिंसक लोग हैं. हमास बहुत हिंसक रहा है. लेकिन, अब उनके पास ईरान का समर्थन नहीं है.’
अब उसके पास वास्तव में किसी का समर्थन नहीं
ट्रंप ने कहा कि ‘अब उसके पास वास्तव में किसी का समर्थन नहीं है. उन्हें अच्छा होना होगा और अगर वे अच्छे नहीं हैं तो उन्हें मिटा दिया जाएगा.’ अमेरिकी राष्ट्रपति ने इस बात पर भी जोर दिया कि ‘वॉशिंगटन इस उद्देश्य के लिए सैनिकों को तैनात नहीं करेगा.’ कहा कि ‘इसमें अमेरिकी सेना की कोई भागीदारी नहीं होगी.’ ट्रंप की यह टिप्पणी ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज के साथ ओवल ऑफिस में उनकी बैठक के दौरान जहां दोनों नेताओं ने महत्वपूर्ण खनिजों और रक्षा सहयोग पर अरबों डॉलर के एक समझौते पर हस्ताक्षर किए.
युद्धविराम समझौते को नए सिरे से लागू करने की घोषणा
इससे पहले रविवार को इजरायल ने कहा कि ‘उसने गाजा में हवाई हमलों की एक सीरीज के बाद युद्धविराम समझौते को नए सिरे से लागू करने की घोषणा की है जो हमास द्वारा उसके बलों पर हमलों के प्रतिशोध में शुरू किए गए थे.’ इसके बाद व्हाइट हाउस के शीर्ष अधिकारियों, अमेरिकी विशेष दूत स्टीव विटकॉफ और ट्रंप के दामाद जेरेड कुशनर ने यरुशलम में इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से मुलाकात की.
इसे भी पढ़ें. पुलिस स्मृति दिवस: राजनाथ सिंह ने शहीदों को किया नमन, कहा- राष्ट्रीय सुरक्षा में पुलिस-सेना की भूमिका एक जैसी