Washington: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि अगर संदिग्ध पनडुब्बी अमेरिका पहुंच जाती तो इसमें मौजूद ड्रग्स से कम से कम 25 हजार लोगों की मौत होती. दरअसल, अमेरिका ने कैरेबियाई जल क्षेत्र में एक संदिग्ध पनडुब्बी को निशाना बनाया. ट्रंप ने बताया कि इस पनडुब्बी से फेंटानिल ड्रग की अमेरिका में तस्करी की जा रही थी. अमेरिका दो संदिग्ध ड्रग तस्करों को उनके मूल देश इक्वाडोर और कोलंबिया वापस भेज रहा है.
तस्करी के रास्ते से अमेरिका की ओर आ रही थी पनडुब्बी
ट्रंप ने अपने ट्रुथ सोशल प्लेटफॉर्म पर लिखा कि एक बड़े पैमाने पर ड्रग ले जाने वाली पनडुब्बी को नष्ट करना मेरे लिए बहुत सम्मान की बात थी. यह पनडुब्बी एक जाने-माने मादक पदार्थों की तस्करी के रास्ते से अमेरिका की ओर आ रही थी. उन्होंने आगे कहा कि यह पनडुब्बी फेंटेनाइल और अन्य ड्रग्स से भरी हुई थी. ट्रंप ने लिखा कि पनडुब्बी पर चार तस्कर सवार थे, जिनमें से दो अमेरिकी हमले में मारे गए और बाकी दो को हिरासत में लेकर उनके मूल देश कोलंबिया और इक्वाडोर भेजा जा रहा है.
कोलंबियाई संदिग्ध को अमेरिका से वापस भेजे जाने की पुष्टि
कोलंबिया के राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो ने भी एक कोलंबियाई संदिग्ध को अमेरिका से वापस भेजे जाने की पुष्टि की है. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि हमें खुशी है कि वह जिंदा है और उस पर कानून के मुताबिक मुकदमा चलाया जाएगा. पनडुब्बी पर अमेरिकी हमला ऐसे समय हुआ है, जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ड्रग तस्करी के खिलाफ अभियान छेड़ा हुआ है. इसके चलते ट्रंप ने वेनेजुएला से अमेरिकी की तरफ कथित तौर पर ड्रग तस्करी करने वाली नौकाओं को निशाना बनाया है.
उस पर ड्रग तस्कर ही सवार थे?
फिलहाल, अमेरिका ने ऐसा कोई सबूत नहीं दिया है जिससे पता चले कि जिस पनडुब्बी पर हमला हुआ, उस पर ड्रग तस्कर ही सवार थे. न ही ये बताया कि ये पनडुब्बी कहां से आ रही थी?
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