Donald Trump: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत और चीन में कारोबार कर रहे अपनी ही कंपनियों को धमकी दे रहें है. ट्रंप ने कहा है कि “AI की दौड़ जीतने के लिए सिलिकॉन वैली में देशभक्ति और राष्ट्रीय निष्ठा की एक नई भावना की जरूरत होगी. हमारी कई बड़ी टेक कंपनियों ने चीन में अपने कारखाने बनाकर, भारत में कर्मचारियों को नियुक्त करके अमेरिकी स्वतंत्रता का लाभ उठाया. राष्ट्रपति ट्रंप के कार्यकाल में, वे दिन अब खत्म हो गए हैं.”
अमेरिकी राष्ट्रपति का ये बयान उस वक्त सामने आया जब एक दिन पहले ही अमेरिका के सीनेटर और ट्रंप के बेहद खास लिंडसे ग्राहम ने रूस के साथ तेल का व्यापार कर रहे देशों को उनकी अर्थव्यवस्था तबाह करने की धमकी दी है.
अमेरिकी सीनेटर ने दी थी ये धमकी
ग्राहम ने कहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप उन देशों पर भारी टैरिफ लगाएंगे जो रूस से तेल आयात कर रहे हैं, खासकर भारत, चीन और ब्राजील. उन्होंने कहा कि “ट्रंप उन देशों पर टैरिफ लगाने जा रहे हैं जो रूसी तेल खरीदते हैं जैसे- चीन, भारत और ब्राजील.” अमेरिकी सीनेटर ने इन देशों की इकोनॉमी तबाह करने की धमकी देते हुए कहा कि मैं चीन, भारत और ब्राजील से यही कहूंगा कि यदि आप इस युद्ध को जारी रखने के लिए सस्ता रूसी तेल खरीदते रहेंगे, तो हम आपको पूरी तरह तबाह कर देंगे और आपकी अर्थव्यवस्था को तहस-नहस कर देंगे, क्योंकि आप जो कर रहे हैं वह खून का पैसा है.”
रूस को यूक्रेन के खिलाफ मिल रही आर्थिक मदद
बता दें कि भारत, चीन और ब्राजील करीब 80 फीसदी रूस के कच्चे तेल निर्यात का करते हैं. ऐसे में ग्राहम का कहना है कि रूस से तेल खरीदने की वजह से उसके पास यूक्रेन में खिलाफ युद्ध के लिए धन जुटाने में मदद मिल रही है.
इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा है कि राष्ट्रपति ट्रंप रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को मिलने वाली वित्तीय सहायता बंद करने के लिए योजना बना रहे हैं. ग्राहम के मुताबिक, “राष्ट्रपति ट्रंप इन सभी देशों पर 100 प्रतिशत टैरिफ लगाने जा रहे हैं, जिससे उन्हें पुतिन की मदद करने की सजा मिलेगी.”
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