Washington: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ने दावा किया है कि उनके कार्यकाल में नौकरियों के अवसर बढ़े, वेतन में सुधार हुआ और आम अमेरिकी परिवारों पर बढ़ती लागत का दबाव कम करने की कोशिश की गई. नॉर्थ कैरोलिना में एक रैली के दौरान ट्रंप ने आयात पर लगाए गए टैरिफ का भी खुलकर बचाव किया. उनका कहना था कि ये शुल्क अमेरिकी मैन्युफैक्चरिंग को बचाने के लिए जरूरी हैं.
टैरिफ से घरेलू उत्पादन को मिलेगा बढ़ावा
नॉर्थ कैरोलिना के फर्नीचर उद्योग का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि टैरिफ से घरेलू उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे. इसी बीच ट्रंप ने मंच से एक पर्सनल बयान दिया जो लोगों के लिए अप्रत्याशित साबित हुआ. नीति, जांच और अर्थव्यवस्था पर बोलते-बोलते ट्रंप ने ऐसा उदाहरण दे दिया, जिसने समर्थकों और आलोचकों दोनों को हैरान कर दिया.
FBI की तलाशी को लेकर जताई नाराज़गी
नॉर्थ कैरोलिना अमेरिका के चुनावी नक्शे में बेहद अहम राज्य माना जाता है. अपने भाषण में ट्रंप जहां एक ओर अपने खिलाफ चल रही संघीय जांचों का जिक्र कर रहे थे वहीं दूसरी ओर उन्होंने अगस्त 2022 में फ्लोरिडा स्थित उनके मार-ए-लागो आवास पर हुई FBI की तलाशी को लेकर नाराज़गी जताई. इसी संदर्भ में ट्रंप ने कहा कि तलाशी के दौरान एजेंट्स ने उनकी पत्नी मेलानिया ट्रंप के कपड़ों की अलमारी तक देखी.
निजी कपड़े बेहद सलीके से रखे मिले
बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने यह भी टिप्पणी की कि जांचकर्ताओं को मेलानिया के निजी कपड़े बेहद सलीके से रखे मिले. उन्होंने मेलानिया के अंडरगारमेंट्स भी बहुत तरीके से फोल्ड किए हुए पाएए बिल्कुल परफेक्ट तरीके से पैक किया हुआ था. ट्रंप ने हल्के-फुल्के अंदाज़ में यह जोड़ दिया कि शायद मेलानिया अपने कपड़ों को भी पूरी तरह स्टीम करके रखती हैं. मंच से कही गई इस बात पर रैली में मौजूद लोग चौंक भी गए और कुछ ने इसे मज़ाक के तौर पर लिया लेकिन सोशल मीडिया पर इस बयान ने तीखी बहस छेड़ दी.
संघीय जांच एजेंसियों की कार्यशैली पर सवाल
असल में ट्रंप इस उदाहरण के ज़रिए संघीय जांच एजेंसियों की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे थे. उनका कहना था कि मार-ए-लागो की तलाशी जरूरत से ज़्यादा दखल देने वाली और अनुचित थी. उन्होंने इसे राजनीतिक बदले की कार्रवाई बताया. दूसरी ओर FBI अधिकारियों का लगातार यह कहना रहा है कि यह तलाशी कानूनी प्रक्रिया और अदालत की अनुमति के बाद ही की गई थी. यह पूरा मामला 2020 का राष्ट्रपति चुनाव हारने के बाद गोपनीय दस्तावेजों को अपने पास रखने से जुड़ी जांच से संबंधित है.
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