Former PM Oli: नेपाल के पूर्व पीएम केपी शर्मा ओली ने कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल- यूनिफाइड मार्क्सिस्ट लेनिनिस्ट (सीपीएन-यूएमएल) के 11वें सम्मेलन में लगातार तीसरी बार पार्टी अध्यक्ष का पद जीता. बता दें कि मतदान के दौरान कुल 98.40% वोटिंग हुई, जिसमें केपी ओली शर्मा को 1663 वोट मिले, जबकि प्रतिद्वंद्वी ईश्वर पोखरेल को 564 मत ही मिले.
पूर्व पीएम ओली के करीबी शंकर पोखरेल दूसरी बार महासचिव पद के लिए चुनाव लड़े. ओली के पैनल से पोखरेल दूसरी बार पार्टी के महासचिव चुने गए. उन्होंने पूर्व वित्त मंत्री सुरेंद्र पांडे को हराया. ओली-पोखरेल ने अपने प्रत्याशियों के पैनल तैयार किए.
ओली पैनल से 17 पदाधिकारी
बता दें कि कम्यूनिस्ट पार्टी के 19 पदाधिकारियों में से 17 ओली के पैनल से चुने गए, जबकि दो पोखरेल के पैनल से चुने गए. वहीं, उपाध्यक्ष पद के लिए पृथ्वी सुब्बा गुरुंग, बिष्णु पौडेल, रघुजी पंत, राम बहादुर थापा और गोकर्ण बिष्टा चुने गए हैं. इसी प्रकार, तीन उप महासचिवों में से राज भट्टा और रघुबीर महासेठ – भी ओली की टीम से हैं.
ईवीएम से हुए चुनाव
सीपीएन-यूएमएल के भीतर 11वें महाधिवेशन में बुधवार को मतदान शुरू हुआ. मतदान प्रक्रिया सोमवार से कई बार स्थगित होने के बाद शुरू हुई, जो तकनीकी गड़बड़ी के कारण एक घंटे देरी से ईवीएम के जरिए शुरू हुई. अध्यक्ष पद पर ओली को वरिष्ठ नेता ईश्वर पोखरेल से चुनौती मिली.
12 सितंबर को कार्की ने ली पीएम पद की शपथ
गौतलब है कि नेपाल में 12 सितंबर को कार्की ने प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली थी. इसके तीन दिन पहले तत्कालीन प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को जेन-जी के नेतृत्व में हुए बड़े आंदोलन के बाद इस्तीफा देना पड़ा था. शपथ के तुरंत बाद राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने प्रतिनिधि सभा को भंग कर 5 मार्च 2026 को नए चुनाव कराने की घोषणा की थी.
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