विचारों में सामंजस्य बनाने की G-20 की क्षमता वैश्विक एजेंडे के लिए महत्वपूर्ण: एस जयशंकर

Aarti Kushwaha
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Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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G20 Summit: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने विदेश मंत्री एस जयशंकर इस समय जी-20 विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लेने के लिए दक्षिण अफ्रीका की दो दिवसीय यात्रा पर जोहानिसबर्ग में हैं. इस समिट का शीर्षक ‘वैश्विक भू-राजनीतिक स्थिति पर चर्चा’ है, जिसे संबोधित करते हुए एस जयशंकर ने कहा कि जी-20 विश्व में बहुध्रुवीय स्थिति की एक महत्वपूर्ण अभिव्यक्ति है.

उन्‍होंने भू-राजनीतिक परिदृश्य की वर्तमान जटिलताओं को उजागर करते हुए कहा है कि विचारों में सामंजस्य स्थापित करने की जी-20 की क्षमता वैश्विक एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण है.

वैश्विक भू-राजनीतिक स्थिति हर तरह से कठिन

विदेश मंत्री ने कहा कि वैश्विक भू-राजनीतिक स्थिति हर तरह से कठिन बनी हुई है. कोविड वैश्विक महामारी, संघर्ष की स्थितियां, वित्तीय दबाव, खाद्य सुरक्षा और जलवायु संबंधी चिंताओं की चुनौतियां हैं. इसके अलावा, केंद्रित आपूर्ति श्रृंखलाओं, व्यापार एवं वित्त के शस्त्रीकरण और डेटा प्रवाह की पारदर्शिता को लेकर भी चिंताएं हैं.

ध्रुवीकरण ने पैदा की तनाव और विकृत प्राथमिकताएं

उन्होंने कहा कि एआई और ‘इलेक्ट्रिक’ वाहनों, अंतरिक्ष, ड्रोन या हरित हाइड्रोजन पर अलग-अलग प्रगति के स्पष्ट भू-राजनीतिक निहितार्थ हैं. जी-20 हमारे हितों, संस्कृतियों और दृष्टिकोण की विविधता को दर्शाता है और यही वजह है कि विचारों में सामंजस्य स्थापित करने की इसकी क्षमता वैश्विक एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण है.

एस जयशंकर ने कहा कि हाल के वर्षों के ‘‘ध्रुवीकरण’’ ने स्पष्ट रूप से तनाव और विकृत प्राथमिकताएं पैदा की हैं. ऐसे में हम जो कर सकते थे, वह यह था कि इस संस्था की सुरक्षा के लिए किसी तरह पर्याप्त साझा आधार खोजें. आज, इससे आगे जाने की आवश्यकता है.

अंतराष्‍ट्रीय सुरक्षा को लेकर भारत के रूख का किया जिक्र

इतना ही नहीं, उन्होंने पश्चिम एशिया, समुद्री सुरक्षा, यूक्रेन संघर्ष, हिंद-प्रशांत और संयुक्त राष्ट्र सुधारों को लेकर भी भारत के रुख का जिक्र किया.जयशंकर ने कहा कि भारत गाजा युद्ध विराम और बंधकों की रिहाई का स्वागत करता है, मानवीय सहायता का समर्थन करता है, आतंकवाद की निंदा करता है और द्विराष्ट्र समाधान की वकालत करता है.

लेबनान में युद्ध विराम को बनाए रखना और सीरिया के नेतृत्व में सीरिया के स्वामित्व वाले समावेशी समाधान को सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है. इस क्षेत्र में शांति और स्थिरता पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण है. साथ ही इस क्षेत्र में और इसके आसपास समुद्री सुरक्षा सुनिश्चित करना भी आवश्यक है.

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