Washington: अमेरिका में राष्ट्रपति ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में लगातार भारतीयों को निशाना बनाया जा रहा है. भारतीय नागरिकों के खिलाफ हेट क्राइम के मामले भी बढ़े हैं. सेंटर फॉर द स्टडी ऑफ ऑर्गनाइज्ड हेट की रिपोर्ट में बडा खुलासा हुआ है. रिपोर्ट के मुताबिक अक्टूबर 2025 तक ट्रोलिंग के मामलों में 91% की वृद्धि हुई. वीजा और माइग्रेंट मामलों पर बहस के बाद नौकरियां छीनने की धमकियां बढ़ीं. ट्रंप ने एच-1बी वीजा शुल्क बढ़ाकर भारतीयों के डिपोर्टेशन से माहौल भड़काया.
ट्रंप के लौटते ही बिगड़ गया माहौल
अमेरिका में बाइडेन कार्यकाल में दक्षिण एशियाई मूल के लोगों के खिलाफ ऑनलाइन नफरत व हिंसा सीमित रही. अक्टूबर 2024 तक 46,000 ट्रोलिंग और 884 धमकियां दर्ज हुईं. जबकि ट्रंप के लौटते ही माहौल बिगड़ गया. एक साल में यानी अक्टूबर 2025 तक ट्रोलिंग बढ़कर 88,000 तक पहुंच गई. यानी ट्रंप सरकार में ट्रोलिंग के मामलों में 91% की वृद्धि दर्ज की गई. नस्लभेद का यह ट्रेंड पूरे दक्षिण एशियाई समुदाय को निशाना बना रहा है.
104 भारतीयों को डिपोर्ट करने के फैसले ने माहौल को और कर दिया खराब
रिपोर्ट के अनुसार दिसंबर में वीजा और माग्रेंट मामले में ट्रम्प-मस्क-रामास्वामी बहस के बाद 76% धमकियां नौकरियां छीनने से जुड़ी रहीं. इस दौरान ट्रंप प्रशासन के एच-1बी वीसा शुल्क बढ़ाने और 104 भारतीयों को डिपोर्ट करने के फैसले ने माहौल को और खराब कर दिया. इससे टेक्सास, वर्जीनिया और कैलिफोर्निया में गोलीबारी और मंदिरों पर हमलों में वृद्धि आई है. वहीं बीते कुछ महीनों में नस्लभेदी पोस्ट्स में भी तेजी देखने को मिला है.
बढ़ते नस्लभेद का यह ट्रेंड केवल भारतीयों तक सीमित नहीं
सेंटर फॉर द स्टडी ऑफ ऑर्गनाइज्ड हेट की रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका में बढ़ते नस्लभेद का यह ट्रेंड केवल भारतीयों तक सीमित नहीं है बल्कि पूरे दक्षिण एशियाई समुदाय को निशाना बना रहा है. अमेरिका, यूरोप और ऑस्ट्रेलिया में प्रवासियों के खिलाफ जो वैश्विक नाराजगी बढ़ी है. नस्लभेदी ट्रेंड दुनियाभर में उभर रही दक्षिणपंथी राजनीति का अहम हिस्सा बन चुकी है. अमेरिका में एच-1बी वीजा को लेकर ट्रेंड भी गुस्सा को बढ़ा रहा है.
अमेरिकी नागरिकों के हक की नौकरियां छीन रहे हैं भारतीय
दक्षिणपंथी समूहों का आरोप है कि भारतीय कम योग्य होते हुए भी अमेरिकी नागरिकों के हक की नौकरियां छीन रहे हैं. यही वजह है कि यहां सोशल मीडिया पर भारतीयों को देश से निकालो जैसे नारों में इजाफा हुआ. ट्रंप की जीत की बाद से श्वेत वर्चस्ववादी गतिविधियां चरम पर पहुंच गई है.
कई शहरों में भारतीय समुदाय के लोगों को निशाना बनाकर हिंसक हमले
रिपोर्ट के अनुसार नवंबर 2024 से अक्टूबर 2025 के बीच अमेरिका के कई शहरों में भारतीय समुदाय के लोगों को निशाना बनाकर हिंसक हमले किए गए. कैलिफोर्निया में पूरे साल मंदिरों पर हमले किए गए. वहींए ओहायो, इलिनॉय और इंडियाना राज्यों में छात्रों से हेट क्राइम के मामले सामने आए. इसके अलावा सोशल मीडिया के माध्यम से भी ऑनलाइन घृणा अभियानों के संगठित प्रयास जारी रहे.
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