India-Pakistan Dialogue: आतंवाद पर भारत की सख्ती के बाद पाकिस्तान घुटनों पर आ गया है, ऐसे में अब वो अलग अलग मंचों से भारत के साथ संवाद करने की बात कह रहा है. इसी बीच अब उसने भारत के मोस्ट वांटेंड लोगों को सौंपने की बात कही है, जिसमें लश्कर-ए-तैयबा (LeT) प्रमुख हाफिज सईद और जैश-ए-मोहम्मद (JeM) प्रमुख मसूद अजहर का नाम शामिल है.
दरअसल, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के अध्यक्ष और पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने नया ऑफर दे दिया है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान, भारत के मोस्ट वांटेड लोगों को सौंपने के तैयार है. बिलावल भुट्टो ने कहा कि पाकिस्तान को विश्वास बहाली के उपाय के तौर पर भारत को ‘चिंताजनक व्यक्तियों’ को प्रत्यर्पित करने पर कोई आपत्ति नहीं है, बशर्ते नई दिल्ली इस प्रक्रिया में सहयोग करने की इच्छा दिखाए.
दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण माहौल
बता दें कि बिलावल भुट्टो का ये बयान ऐसे समय में आया है, जब भारत-पाकिस्तान के रिश्ते बेहद तनावपूर्ण बने हुए हैं. साथ ही पाकिस्तान पर भारत द्वारा कई प्रतिबंध भी लगाए जा चुके है. इसके अलावा, भारत ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले के लिए पाकिस्तान को दोषी ठहराया है, जिसके चलते मई दोनों देशों के बीच सैन्य टकराव भी देखने को मिला था.
हाफिज और मसूद को सौंप देंगे
वहीं, हाल ही में PPP के अध्यक्ष ने एक इंटरव्यू में बार-बार भारत और पाकिस्तान से शांति स्थापित करने के लिए बातचीत करने का आह्वान किया. इस दौरान उन्होंने लश्कर-ए-तैयबा प्रमुख हाफिज सईद और जैश-ए-मुहम्मद प्रमुख मसूद अजहर को प्रत्यर्पित करने को भारत के प्रति संभावित रियायत और सद्भावना संकेत के रूप में बताया.
भारत नहीं करेंगा किसी भी चीज का विरोध: बिलावल भुट्टों
दरअसल, बिलावल ने माना है कि भारत और पाकिस्तान के बीच बिगड़े रिश्तों की सबसे बड़ी वजह आतंकवाद है. उन्होंने कहा कि आतंकवाद उन मुद्दों में से एक है जिन पर दोनों देश चर्चा करते हैं. मुझे यकीन है कि पाकिस्तान इनमें से किसी भी चीज का विरोध नहीं करेगा. बिलावल ने कहा कि राष्ट्रीय आतंकवाद निरोधक प्राधिकरण (Nacta) के मुताबिक, लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद दोनों को पाकिस्तान ने प्रतिबंधित कर रखा है. हाफिज सईद 33 साल की सजा काट रहा है और अजहर को Nacta ने प्रतिबंधित कर रखा है.
प्रत्यर्पण में नहीं आएगी कोई बाधा
बिलावल ने कहा कि सीमा पार आतंकवाद के लिए उन पर मुकदमा चलाना मुश्किल था. इसके लिए दोषसिद्धि की आवश्यकता होती है. कोर्ट में सबूत रखने होते हैं, इसके लिए भारत से लोगों को गवाही देने के लिए आना होगा. ऐसे में यदि भारत इस प्रक्रिया में सहयोग करता है, मुझे यकीन है कि किसी भी संबंधित व्यक्ति के प्रत्यर्पण में कोई बाधा नहीं आएगी.”
कहां हैं सईद और अजहर?
वहीं, हाफिज सईद और मसूद अजहर के ठिकानों को लेकर किए गए सवाल पर बिलावल भुट्टो ने कहा कि सईद जेल में है, जबकि इस्लामाबाद का मानना है कि अजहर अफगानिस्तान में है, क्योंकि इस्लामाबाद अजहर को गिरफ्तार करने में असमर्थ रहा है. उन्होंने पाकिस्तान की सफाई में ये भी कहा कि हाफिज सईद आजाद है, ये कहना गलत है. वो पाकिस्तानी की हिरासत में है. ऐसे में यदि भारत सरकार यह जानकारी साझा करती है कि वह पाकिस्तानी धरती पर है, तो हमें उसे गिरफ्तार करने में बहुत खुशी होगी.
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