11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को लेकर ह्यूस्टन में उत्साह, 50 से अधिक कार्यक्रमों का आयोजन

Aarti Kushwaha
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

International yoga day 2025: 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को लेकर भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी उत्‍साह देखा जा रहा है. वहीं, कई देशों में तो इसे लेकर कार्यक्रमों की शुरुआत भी हो चुकी है. इन्‍हीं देशों में से एक है ह्यूस्टन. दरअसल, अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को लेकर ह्यूस्टन के शहरों में पार्कों से लेकर सामुदायिक केंद्रों और आभासी स्थानों तक ह्यूस्टनवासी खूब तैयारियां कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर 50 से अधिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है.

दरअसल, ह्यूस्टन में भारत के महावाणिज्य दूतावास ने इंडिया हाउस और कई अन्य सहयोगी संगठनों के साथ मिलकर इस कार्यक्रम का आयोजन किया है, जो 14 जून को शुरू हुआ था और 30 जून को समाप्त होगा. इस योग कार्यक्रम में सभी आयु वर्ग के लोगों के लिए सूर्य नमस्कार सत्र, कार्यशालाएं और वर्चुअल कक्षाएं शामिल हैं.

आस्था और सीमाओं से परे है योग

इसी बीच योग की वैश्विक अपील पर जोर देते हुए महावाणिज्यदूत डीसी मंजूनाथ ने कहा कि योग सीमाओं और आस्थाओं से परे है, जो वैश्विक स्वास्थ्य और आध्यात्मिक सद्भाव के लिए भारत का उपहार है. योग न केवल शरीर में बल्कि हमारे समुदायों में भी संतुलन लाता है. इसके साथ ही उन्‍होंने ह्यूस्टन के सभी लोगों से समारोह में भाग लेने का आग्रह भी किया.

संयुक्त राष्ट्र का 2025 योग दिवस का थीम

बता दें कि ह्यूस्‍टन के इंडिया हाउस में 20 जून को शाम 7:00 बजे से 8:30 बजे तक (स्थानीय समय) मुख्य कार्यक्रम में पद्म भूषण डॉ डेविड फ्रॉली (पंडित वामदेव शास्त्री) विशेष प्राणायाम और ध्यान सत्र का नेतृत्व करेंगे. यह कार्यक्रम पूरी तरह से निःशुल्क होगा, जिसमें सभी उम्र के लोग हिस्‍सा ले सकते है. वहीं, संयुक्त राष्ट्र का 2025 योग दिवस का थीम- “स्वयं और समाज के लिए योग” है, जो ह्यूस्टन के विविध समुदाय के अनुरूप है.

वरिष्ठ और दिव्यांगों के लिए विशेष सत्र

इसके अलावा, इस मौके पर विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें पांच किलोमीटर योग वॉक और वरिष्ठ कुर्सी योग से लेकर युवा कार्यक्रम और दिव्यांग व्यक्तियों के लिए विशेष सत्र, विशेष सत्रों में मधुमेह, गठिया, ऑटिज्म के लिए योग और वरिष्ठ नागरिकों के लिए कुर्सी योग शामिल हैं.

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