Iran-Israel Conflict: इजरायल और ईरान के बीच पिछले चार दिनों जंग जारी है. इस जंग में हताहतों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. वहीं युद्ध के पूरे क्षेत्र में फैलने की आशंका है. इन सबके बीच शनिवार को ईरानी सेना द्वारा इजराइल पर हमला करने का एक वीडियो सामने आया है, जिसे दुनिया भर में ईरान समर्थक खूब शेयर कर रहे हैं.
या फातिमा जहरा के लगाए नारे
वीडियो में मिसाइल हमलें के दौरान कमांड रूम दिखाई दे रहा है. इसमें ईरानी अधिकारी हमले से पहले ‘या फतिमा जहरा’ के नारे लगाते दिख रहे हैं. इसके बाद ये बहस छिड़ गई है कि फातिमा जहरा का इस युद्ध से क्या कनेक्शन है और इजरायल पर हमले से पहले ईरानी अधिकारियों ने ये नारे क्यों लगाए?
मुस्लिमों के लिए फातिमा जहरा अहम महिला है. वह इस्लाम के आखिरी नबी मोहम्मद की बेटी और हजरत अली की पत्नी थी. हजरत अली मुसलमानों के पहले इमाम थे, शिया मुसलामानों में हजरत अली कर दर्जा बहुत ऊपर माना जाता और उनकी पत्नी फतिमा जहरा का भी माना जाता है.
ईरान ने या फातिमा ज़हरा के नारे के साथ इजरायल पर किया अटैक. वीडियो ईरान मिलिट्री ने जारी किया है#IranIsraelConflict#iran pic.twitter.com/iYrX7in7RT
— Tabassum khan allahabadi🇵🇸 (@_Tabassum786) June 15, 2025
उत्तराखंड मदरसा बोर्ड के चेयरमैन मुफ्ती शमून ने इसके बारे में बताया कि फतिमा जहरा जन्नत में महिलाओं की सरदार होंगी. उनको दुनिया भर की औरतों के लिए प्रेरणा माना जाता है. इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि इस्लामी इतिहास में हुई यहूदी जंगों से भी उनका कोई न कोई जुड़ाव होगा, जो ईरानी अधिकारी उनका नाम लेकर अटैक कर रहे हैं.
पहली यहूदी और इस्लामी जंग से फातिमा जहरा का रिश्ता
हजरत फातिमा जहरा का खैबर की जंग (7 हिजरी/629 ईस्वी) से कोई प्रत्यक्ष रिश्ता या सक्रिय भागीदारी ऐतिहासिक स्रोतों में दर्ज नहीं है. खैबर की जंग यहूदियों के खिलाफ एक सैन्य अभियान था, जिसमें पैगंबर मोहम्मद के नेतृत्व में मुसलमानों ने खैबर के यहूदी कबीलों के खिलाफ जीत दर्ज की थी. इस युत्र में हजरत अली, जो फातिमा जहरा के पति थे, उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. मुख्य रूप से खैबर के किले को फतह करने में भूमिका निभाई.
ये भी पढ़ें :- पाकिस्तान इजरायल पर नहीं करेगा परमाणु हमला, ईरान के दावे को किया खारिज