Iran-Israel Conflict: इन दिनों ईरान और इजरायल के बीच तनाव चरम पर है. वहीं, हाल ही में इजरायल ने दावा किया है कि उसने 50 फाइटर जेट्स से ईरान पर हमला किया. ईरान ने ड्रोन हमलों के जरिए जवाबी कार्रवाई की. इसी बीच रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मध्यस्थता की बात की. जिसके बाद ट्रंप भड़के हुए हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति ने पुतिन पर तीखा हमला करते हुए कहा है कि मैंने पुतिन से बात की. वह कह रहे थे कि मिडिल ईस्ट में सुलह करवाना चाहते हैं. मैंने कहा पहले अपना रूस-यूक्रेन का झगड़ा खत्म करो, फिर बाकी दुनिया की फिक्र करना.
दरअसल, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बुधवार को मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि यह (ईरान-इजरायल जंग) एक संवेदनशील विषय है, लेकिन समाधान संभव है. हमने ईरान, इजरायल और अमेरिका के साथ प्रस्ताव साझा किए हैं.
पुतिन के प्रस्ताव को ट्रंप ने किया अस्वीकार
हालांकि जानकारों के मुताबिक, पुतिन का यह रुख रूस की मध्य पूर्व में कूटनीतिक मौजूदगी को बढ़ाने की रणनीति को दर्शाता है, मगर अमेरिकी राष्ट्रपति के जवाब ने इसे सार्वजनिक रूप से अस्वीकार कर दिया. इतना ही नहीं, ट्रंप ने यह आरोप भी लगाया कि रूस-यूक्रेन युद्ध में मारे गए लोगों के आंकड़ों को छिपाया जा रहा है. इस दौरान उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि एक इमारत गिरती है और आप कहते हैं कि कोई नहीं मरा, क्या ये कोई मजाक चल रहा है.
पुतिन को इजरायल की पेशकश
रूसी राष्ट्रपति ने अपने बयान में कहा कि दक्षिणी ईरान में बुशहर परमाणु ऊर्जा संयंत्र में 200 से अधिक रूसी कर्मचारी काम करते हैं. ये वही न्यूक्लियर पावर प्लांट है, जिसे रूस की रोसाटॉम ने बनाया है. पुतिन ने कहा कि इजरायल ने हमें रूसी कर्मचारियों की सुरक्षा का भरोसा दिलाया है.