Donald Trump: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जी7 सम्मेलन के लिए कनाडा पहुंचे थे, लेकिन सोमवार रात राष्ट्राध्यक्षों के साथ रात्रिभोज के बाद वह शिखर सम्मेलन छोड़कर रवाना हो गए. इस फैसले के पीछे इजरायल और ईरान के बीच तेज होते संघर्ष को वजह बताया गया है. ट्रंप ने उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और पश्चिम एशिया में अपने विशेष प्रतिनिधि स्टीव विटकॉफ को ईरान के साथ बैठक करने के निर्देश दिए हैं. ट्रंप का मानना है कि ईरान बातचीत के लिए तैयार हो जाएगा.
ट्रंप ने ईरान को दी चेतावनी
शिखर सम्मेलन के दौरान ट्रंप ने ईरान को चेतावनी देते हुए कहा कि तेहरान को अपने परमाणु संयंत्रों पर नियंत्रण लगाना होगा, “इससे पहले कि बहुत देर हो जाए.” इसके साथ ही उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, “हर किसी को तुरंत तेहरान खाली कर देना चाहिए!” इस बयान के तुरंत बाद ट्रंप ने मंगलवार की महत्वपूर्ण बैठकों से से रवाना हो गए.
अमेरिका सैन्य रूप से इस संघर्ष में शामिल होने की उम्मीद
ट्रंप ने बताया कि ईरानी नेतृत्व को अपनी परमाणु महत्वाकांक्षाओं पर समझौता करने के लिए पहले ही 60 दिनों का समय दिया गया था. जब उनसे पूछा गया कि क्या अमेरिका सैन्य रूप से इस संघर्ष में शामिल हो सकता है, तो उन्होंने टिप्पणी करने से इनकार करते हुए कहा, “मैं इस बारे में बात नहीं करना चाहता.”
अमेरिका का अगला कदम
कनाडा में दुनिया के प्रमुख नेता G-7 सम्मेलन में कई वैश्विक मुद्दों पर चर्चा के लिए एकत्र हुए थे. लेकिन इजरायल-ईरान युद्ध के बढ़ते तनाव ने सम्मेलन की दिशा बदल दी. ईरान पर इजरायल ने चार दिन पहले हवाई हमले शुरू किए थे, इस हालात को देखते हुए ट्रंप ने वैश्विक कूटनीति में उथल-पुथल पैदा कर दी है. अब अमेरिका अगला कदम क्या उठाता है और क्या निष्कर्ष लेता है सभी देशों की निगाहें इस पर टिकी हैं.
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