Iran Nuclear Program : ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर जारी गतिरोध को दूर करने के लिए ईरान और यूरोपीय देशों के राजनयिक शुक्रवार को इस्तांबुल में बैठक करने वाले हैं. बता दें कि ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी के प्रतिनिधि ईरान के वाणिज्य दूतावास में यह बैठक करेंगे. जानकारी के मुताबिक, ईरान-इजरायल के बीच 12 दिन तक चले युद्ध के बाद पहली बार यह बैठक हो रही है. ऐसे में इस युद्ध को लेकर अमेरिका ने भी ईरान के परमाणु केंद्रों को निशाना बनाते हुए हमले किए थे.
ईरान पर फिर लागू हो सकते हैं प्रतिबंध
ऐसे में इस बैठक में ईरान पर उन प्रतिबंधों को फिर से लागू करने की संभावना है, जिन्हें 2015 में तब हटाया गया था जब ईरान ने यह स्वीकार किया था कि उसके परमाणु कार्यक्रम पर प्रतिबंध और निगरानी रखी जा सकती है. इस दौरान वार्ता की संवेदनशीलता के कारण नाम ना बताने की शर्त पर यूरोपीय देश के एक राजनयिक का कहना है कि ईरान पर अभी भी फिर से प्रतिबंध लगाने की संभावना बनी हुई है. इसे ‘स्नैपबैक’ भी कहा जाता है.
प्रस्ताव के बदले रखी शर्त
इस मामले को लेकर राजनयिक कहना है कि प्रतिबंधों को दोबारा लागू करने की प्रक्रिया शुरू करने में संभावित देरी का प्रस्ताव ईरान को दिया गया है और इसके बदले में शर्त रखी गई है कि ईरान ईमानदारी से कूटनीतिक बातचीत करे, ऐसे में यूरोपीय देशों के नेताओं का कहना है कि यदि ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर रोक लगाने में कोई प्रगति नहीं हुई, तो अगस्त के अंत तक लगाए गए प्रतिबंध फिर से लागू कर दिए जाएंगे.
परमाणु कार्यक्रम छोड़ने की कोई योजना नही
जानकारी देते हुए बता दें कि हाल ही में ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने कहा है कि ईरान आौर इजरायल के युद्ध में अमेरिकी हमलों से परमाणु ठिकानों को हुई “गंभीर” क्षति हुई लेकिन इसके बाद भी अपने परमाणु कार्यक्रम को छोड़ने की ईरान की कोई योजना नहीं है. ऐसे में अभी भी ईरान का यूरेनियम एनरिचमेंट प्रोग्राम जारी रहेगा.
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