Jerusalem: ऑस्ट्रेलिया के सिडनी स्थित बॉन्डी बीच पर हनुक्का समारोह के दौरान यहूदियों को निशाना बनाकर किए गए भीषण आतंकी हमले के बाद विदेश यात्रा करने वाले इज़राइली नागरिकों के लिए नई सुरक्षा गाइडलाइंस जारी की गई है. यह नई ट्रेवल एडवाइजरी इज़राइल की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (NSC) ने जारी की हैं. इज़राइली सुरक्षा परिषद ने कहा है कि मौजूदा वैश्विक हालात और यहूदी-विरोधी हिंसा की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए विदेशों में रह रहे या यात्रा कर रहे इज़राइली नागरिकों को अत्यधिक सतर्कता बरतने की आवश्यकता है.
और सांस्कृतिक आयोजनों को निशाना
इज़राइली सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि हालिया घटनाओं ने यह संकेत दिया है कि धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों को निशाना बनाया जा सकता है, इसलिए व्यक्तिगत सतर्कता ही सबसे बड़ा बचाव है. बिना सुरक्षा वाले बड़े आयोजनों से दूर रहें, खासकर यहूदी धार्मिक कार्यक्रमों से दूरी बनाएं. इसमें सिनेगॉग, चाबाद हाउस, हनुक्का समारोह और अन्य सामूहिक धार्मिक आयोजन शामिल हैं.
यहूदी-विरोधी आतंकवादी हमला
यहूदी और इज़राइली स्थलों के आस-पास असामान्य गतिविधियों पर नजर रखें. किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या वस्तु की जानकारी तुरंत स्थानीय सुरक्षा एजेंसियों को दें. इज़राइल की यह चेतावनी ऐसे समय पर आई है जब सिडनी के बॉन्डी बीच पर आयोजित हनुक्का बाय द सी कार्यक्रम में हुए आतंकी हमले में कई लोगों की मौत हुई और दर्जनों घायल हुए. इस हमले को ऑस्ट्रेलियाई अधिकारियों ने यहूदी-विरोधी आतंकवादी हमला करार दिया है.
यह एडवाइजरी एहतियातन कदम
वैश्विक स्तर पर बढ़ती यहूदी-विरोधी घटनाओं के बीच इज़राइल ने स्पष्ट किया है कि यह एडवाइजरी एहतियातन कदम है ताकि विदेशों में रह रहे यहूदी और इज़राइली नागरिक सुरक्षित रह सकें. बता दें कि इजरायल के राष्ट्रपति इसहाक हर्ज़ोग ने इस हमले को घृणित बताया और पीड़ितों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की थी उन्होंने कहा था कि बॉन्डी बीच पर हनुक्का का पहला दीप जलाने आए यहूदियों पर हमला किया गया.
इजरायल का पूरा राष्ट्र सिडनी के यहूदी समुदाय के साथ खड़ा
हर्ज़ोग ने कहा कि इस समय इजरायल का पूरा राष्ट्र सिडनी के यहूदी समुदाय के साथ खड़ा है और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना कर रहा है. हर्ज़ोग ने ऑस्ट्रेलियाई सरकार से बढ़ते यहूदी विरोधी माहौल के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की अपील की है. उन्होंने चेतावनी दी कि ऑस्ट्रेलियाई समाज में यहूदी विरोध की एक बड़ी लहर फैल रही है, जिसे रोकना अब अत्यंत आवश्यक हो गया है.

