Israel-Hamas war: इज़रायली रक्षा बल ने हमास के टॉप कमांडर को मार गिराने का दावा किया है. आईडीएफ ने एक बड़ी जानकारी देते हुए कहा कि गाजा सिटी के गबरा इलाके में लक्षित हवाई हमले में हमास का टॉप लीडर हाकम मोहम्मद इस्सा अल-इस्सा मारा गया है. आईडीएफ द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, हमास का टॉप कमांडर अल-इस्सा इजरायल में हुए 7 अक्टूबर 2023 के नरसंहार का मास्टरमाइंड था, आतंकियों को ट्रेनिंग देता था और हमास के सैन्य विंग के संस्थापक सदस्यों में से एक था.
नरसंहार की घटना का था मास्टरमाइंड
आईडीएफ ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर जारी किए गए अपने बयान में कहा है कि, “टॉप कमांडर हाकम मोहम्मद इस्सा अल-इस्सा हमास की सैन्य ताकत बढ़ाने, आतंकियों को प्रशिक्षण देने का काम करता था और वह 7 अक्टूबर के हमले में हुए नरसंहार की पूरी योजना बनाने में मुख्य भूमिका निभा रहा था. आईडीएफ ने कहा है, अल इस्सा हमास की वायु और नौसेना हमलों की योजनाओं में भी मुख्य भूमिका निभा चुका था, वह मारा जा चुका है.” IDF और इजरायली सुरक्षा एजेंसी ISA ने बताया है कि, हम अभी सात अक्टूबर 2023 में हुए हमले में शामिल सभी आतंकियों को ढूंढ-ढूंढकर खत्म करने के अभियान को आगे भी जारी रखेंगे.
🔴 ELIMINATED: eliminated Hakham Muhammad Issa Al-Issa—one of the founders of Hamas’ military wing.
Issa led Hamas’ force build-up, training, and planned the October 7 massacre. As Head of Combat Support, he advanced aerial & naval attacks against Israelis.
The IDF & ISA will… pic.twitter.com/pzf7DgQc19
— Israel Defense Forces (@IDF) June 28, 2025
जानिए कौन था मुहम्मद इस्सा अल इस्सा
हमास का टॉप लीडर मुहम्मद इस्सा अल इस्सा हमास के जनरल सिक्योरिटी काउंसिल का सदस्य, ट्रेनिंग हेडक्वार्टर का चीफ और अ ल-कसम ब्रिगेड्स की मिलिट्री एकेडमी का सह-संस्थापक भी था, जहां वह कथित तौर पर हजारों आतंकियों को ट्रेनिंग देने और तकनीकी क्षमता विकसित करने का काम कर रहा था. अल-इस्सा के बारे में बताते हुए आईडीएफ ने कहा कि उसने सीरिया और इराक में युद्ध की ट्रेनिंग ली थी और साल 2005 में सीरिया से गाजा आया था, जहां वह हसाम के सैन्य संगठन का अहम हिस्सा बन गया था.
साल 2023 में हुआ नरसंहार
बता दें कि 7 अक्टूबर, 2023 को आतंकी संगठन हमास के लड़ाकों ने यहूदियों पर होलोकॉस्ट के बाद से सबसे घातक हमला किया था, जिसमें 1,200 इज़रायलियों की निर्मम हत्या की गई थी, यौन हिंसा की, कई परिवारों को ज़िंदा जला दिया गया था और 250 से अधिक नागरिकों को बंधक बना लिया गया था. आज भी 50 से अधिक लोग हमास के कब्जे में हैं.
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