Israeli settlers attack in West Bank: इजरायली सेटलर्स ने फिलीस्तीनियों पर आगजनी हमला किया. साथ ही गांव के एक गोदाम और कृषि क्षेत्र को आग के हवाले कर दिया, जिससे कई लोग घायल हो गए. इजरायली बस्तियों में हिंसा की नई घटनाओं ने वेस्ट बैंक के पहले से ही तनावपूर्ण माहौल को और भड़का दिया है. संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी मानवीय मामलों के समन्वय कार्यालय (OCHA) ने 2006 से इस क्षेत्र में हिंसा का रिकॉर्ड रखना शुरू किया था.
सेटलर्स की हिंसा का सबसे भयावह महीना
उसने बताया कि अक्टूबर 2025 इजरायली बसने वालों (सेटलर्स) की हिंसा का सबसे भयावह महीना रहा है. घटनाओं के वीडियो फुटेज में टुलकरम के पूर्वी इलाके की पहाड़ियों पर मुखौटा पहने दर्जनों लोगों को देखा जा सकता है. बैत लिद नामक जगह पर एक फिलीस्तीनी गोदाम पर हमला किया गया, जहां ट्रकों में आग लगा दी गई. इसके अलावाए देइर शराफ नामक बदू गांव में तंबुओं में आग लगती हुई दिखाई देती है और पीछे से महिलाओं की चीखें सुनाई देती हैं.
अक्टूबर 2025 में ऐसे 264 हमले दर्ज
संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी के अनुसार अक्टूबर 2025 में ऐसे 264 हमले दर्ज किए गए जिनमें या तो लोग घायल हुए या संपत्ति को नुकसान पहुंचा. यह संख्या 2006 के बाद से किसी एक महीने में सबसे ज्यादा है. यह घटना हाल के महीनों में बढ़ती बस्ती-आधारित हिंसा की कड़ी है. यह मौसम विशेष रूप से जैतून की फसल का होता है. इसी मौसम में फिलीस्तीनी किसान अपने खेतों में लौटते हैं और इसी दौरान इजरायली बसने वालों के हमले अधिक देखने को मिलते हैं.
वेस्ट बैंक और पूर्वी यरूशलेम पर किया था कब्जा
इजरायल ने 1967 के मध्य-पूर्व युद्ध के दौरान वेस्ट बैंक और पूर्वी यरूशलेम पर कब्जा किया था. वेस्ट बैंक और पूर्वी यरूशलेम में वर्तमान में करीब सात लाख यहूदी बसने वाले रहते हैं, जो लगभग 160 बस्तियों में फैले हुए हैं. वहीं लगभग 33 लाख फिलीस्तीनी भी इन्हीं इलाकों में रहते हैं. अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुसार इजरायली बस्तियां अवैध मानी जाती हैं, हालांकि इजरायल इस व्याख्या को स्वीकार नहीं करता.
इसे भी पढ़ें. CGSE को कैबिनेट ने दी मंजूरी, MSME और गैर-एमएसएमई निर्यातकों को मिलेगा लाभ

