Kim Jong: उत्तर कोरिया के तानाशाह नेता किम जोंग उन की बहन किम यो जोंग ने दक्षिण कोरिया की नयी सरकार के उस प्रस्ताव को खारिज कर दिया है, जिसमें दोनों देशों के बीच शांति स्थापित करने के लिए बातचीत की पेशकश की गई थी. किम जोंग के बहन का कहना है कि उत्तर कोरिया को दक्षिण कोरिया के साथ बातचीत करने में कोई रुचि नहीं है, चाहे उसका प्रतिद्वंद्वी कोई भी प्रस्ताव क्यों न पेश करे.
किम यो जोंग की इन टिप्पणियों से यह साफ जाहिर होता है कि उत्तर कोरिया का निकट भविष्य में दक्षिण कोरिया तथा अमेरिका के साथ किसी भी प्रकार की कूटनीतिक बातचीत करने का कोई इरादा नहीं है.
उत्तर कोरिया को बदना होगा अपना रूख
दरअसल, इस वक्त उत्तर कोरिया रूस के साथ अपने बढ़ते सहयोग पर अधिक ध्यान दे रहा है. ऐसे में जानकारों का कहना है कि अगर उत्तर कोरिया को लगता है कि रूस-यूक्रेन युद्ध समाप्त होने के बाद भी वह रूस के साथ अपने संबंधों को पहले जैसा नहीं रख पाएगा, तो वह अपना रुख बदल सकता है.
दक्षिण कोरिया के साथ बात करने में कोई रूची नहीं
वहीं, दक्षिण कोरिया के मीडिया द्वारा जारी बयान के मुताबिक, किम यो जोंग ने कहा कि ‘‘हम एक बार फिर आधिकारिक रुख स्पष्ट करते हैं कि सियोल (दक्षिण कोरिया) में चाहे कोई भी नीति अपनाई जाए और कोई भी प्रस्ताव रखा जाए, हमें उसमें कोई रुचि नहीं है और न ही उनसे मिलने की कोई वजह है और न ही चर्चा करने के लिए कोई मुद्दा.’’
राष्ट्रपति ली जे-म्युंग की सरकार की नीति को लेकर उत्तर कोरिया का पहला बयान
बता दें कि उत्तर कोरिया का यह दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ली जे-म्युंग की सरकार की नीति के बारे में पहला आधिकारिक बयान है. दरअसल, ली जे-म्युंग जून की शुरुआत में दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति बने थे, जिसके बाद उत्तर कोरिया के साथ तनावपूर्ण रिश्तों को सुधारने के लिए कदम उठाए हैं.