Islamabad: स्विस एयर क्वालिटी मॉनिटर आईक्यूएयर ने हैरान कर देने वाली जानकारी दी है. आईक्यूएयर के मुताबिक पाकिस्तान का लाहौर शहर दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में से एक है. इसकी वजह यह है कि लाहौर का एक्यूआई 300 से ज्यादा है. इसके साथ ही यह वैश्विक प्रदूषण चार्ट में टॉप पर है. 353 एक्यूआई के साथ लाहौर दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में पहले नंबर पर है. क्वेटा सुबह पाकिस्तान का सबसे प्रदूषित शहर रहा. क्वेटा का एक्यूआई 517 है.
दुनिया भर में 168 वीं रैंकिंग पर है पाकिस्तान
नवंबर की शुरुआत में एक रिपोर्ट में कहा गया था कि पाकिस्तान दुनिया भर में 168वीं रैंकिंग पर है और क्लाइमेट रिस्क इंडेक्स 2026 में 15वीं रैंकिंग पर है. पाकिस्तान का ह्यूमन डेवलपमेंट इंडेक्स (HDI) 0.544 कम है. पाकिस्तान के कई शहरों में बहुत ज्यादा गंदगी और हवा बहुत ज्यादा प्रदूषित है. रहीम यार खान, गुजरांवाला और फैसलाबाद में भी हवा की गुणवत्ता खराब मापी गई.
विजिबिलिटी के कारण मोटरवे के कई हिस्से बंद
इसके अलावा खैबर पख्तूनख्वा और दक्षिणी पंजाब के मैदानी इलाकों में बहुत ज्यादा कोहरा छाया रहा. जिससे हाईवे पर विजिबिलिटी कम हो गई. खैबर पख्तूनख्वा विजिबिलिटी के कारण मोटरवे के कई हिस्से बंद कर दिए गए. 2024 में कुछ दिनों के लिए लाहौर कोहरे से ढका रहा. असल में यह कोहरे और प्रदूषण का मिश्रण था. जो घटिया क्वालिटी के डीजल के धुएं और मौसमी खेती से निकलने वाले धुएं की वजह से होता है.
बढ़ते तापमान से गर्मी और पानी की कमी
लाहौर में हवा के प्रदूषण का स्तर एक बार विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा मंजूर नॉर्मल साफ-सफाई वाले स्तर से 80 गुना ज्यादा हो गया था. बढ़ते तापमान से गर्मी और पानी की कमी होती है. खासकर सूखे और कम सूखे इलाकों में जिससे खेती की पैदावार पर असर पड़ता है. इसके साथ ही परिवहन, उद्योग और खेती से होने वाले वायु प्रदूषण से कोहरा होता है जो एविएशन पर असर डालता है. इसकी वजह से विजिबिलिटी कम हो जाती है और यह सांस की बीमारियों का कारण बनता है.
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