US President Trump: इजरायल द्वारा ईरान पर घातक हमले के बाद मिडिल ईस्ट में तनाव का माहौल है. इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने न्यूक्लियर डील को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने ईरान से दो टूक कहा है कि इजरायल के पास कई खतरनाक हथियार हैं. ईरान में जो डील पर विरोध जता रहे थे, वो सब मारे गए. ईरान के पास अभी भी मौका है. अब डील करो वरना और तबाही होगी.
राष्ट्रपति ट्रंप ने एक पोस्ट में कहा…
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने एक पोस्ट में कहा, मैंने ईरान को न्यूक्लियर डील के लिए कई मौके दिए. मैंने ईरान से सख्त शब्दों में कहा, बस करो लेकिन चाहे उन्होंने कितनी भी कोशिश की हो, चाहे वो कितने भी करीब क्यों न पहुंचे हों, वो इसे पूरा नहीं कर पाए. मैंने ये भी कहा कि अमेरिका दुनिया में अब तक के सबसे बेहतरीन और सबसे घातक सैन्य उपकरण बनाता है और इजरायल के पास इसका बहुत ज्यादा भंडार है. आगामी समय में और भी बहुत कुछ होगा.
आगे और भी योजनाबद्ध हमले होंगे जो घातक होंगे: ट्रंप
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि कुछ ईरानी कट्टरपंथियों ने बहादुरी से बात की लेकिन उन्हें नहीं पता था कि क्या होने वाला है. अब वो सभी मर चुके हैं और आगे जो होगा वो और भी बदतर होगा. उन्होंने कहा कि पहले से ही बहुत ज़्यादा मौतें और विनाश हो चुका है लेकिन इस नरसंहार को खत्म करने के लिए अभी भी वक्त है. आगे और भी योजनाबद्ध हमले होंगे, जो बहुत घातक होंगे.
ऊपर वाला आप सभी का भला करे
डोनाल्ड ट्रंप ने आगे कहा कि ईरान को सौदा करना चाहिए. इससे पहले कि कुछ भी न बचे और जो कभी ईरानी साम्राज्य के रूप में जाना जाता था उसे बचाना चाहिए. अब और मौत नहीं और विनाश नहीं, बस करो. इससे पहले कि बहुत देर हो जाए. ऊपर वाला आप सभी का भला करे.
परमाणु और सैन्य ठिकानों को बनाया निशाना
बता दें कि शुक्रवार को इजरायल ने ईरान के परमाणु और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर हमला किया. इसे इराक के साथ युद्ध के बाद ईरान पर सबसे बड़ा हमला कहा जा रहा है. इजरायल ने ये हमला ईरान के तेजी से बढ़ते परमाणु कार्यक्रम को लेकर उत्पन्न तनाव के बीच किया है. वहीं इस हमले के बाद ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामनेई ने सख्त लहजे में कहा कि इजरायल को इसकी कीमत चुकानी होगी.
बता दें कि इजरायल के हमले में रिवोल्यूशनरी गार्ड के चीफ जनरल हुसैन सलामी की भी मौत हो गई है. इसके साथ ही ईरान के सशस्त्र बलों के चीफ ऑफ स्टाफ जनरल मोहम्मद बाघेरी की भी जान चली गई. वहीं, अमेरिका का कहना है कि इन हमलों में उसकी कोई भूमिका नहीं है.
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