NATO Summit: नीदरलैंड में ऐतिहासिक शिखर सम्मेलन के लिए हेग में बुधवार (25 जून) को नाटो नेता एकत्रित होंगे. इस सम्मेलन में रक्षा बजट पर चर्चा की जाएंगी, जो 32 नाटो सहयोगियों के बीच मतभेद बढ़ा सकता है. दरअसल, इस सम्मेलन से पहले ही नाटो सैन्य गठबंधन के प्रमुख ने चेतावनी दी है कि कोई भी देश रक्षा खर्च में भारी वृद्धि से इंकार नहीं की सकता है, तथा नए लक्ष्य तक पहुंचने की दिशा में उनकी प्रगति की समीक्षा चार वर्षों में की जाएगी.
स्पेन ने नाटों के लक्ष्यों को किया अस्वीकार
उन्होंने कहा कि हेग में होने वाले इस सम्मेलन में, नाटो नेताओं से अपेक्षा की जाती है कि वे अपने सकल घरेलू उत्पाद का 5% अपनी सुरक्षा पर खर्च करने के लक्ष्य का समर्थन करेंगे, जिससे बाहरी हमलों से बचाव के लिए गठबंधन की योजनाओं को पूरा किया जा सके. लेकिन स्पेन ने प्रत्येक देश के लिए अपने सकल घरेलू उत्पाद का 5 फीसदी रक्षा जरूरतों पर खर्च करने के नए नाटो लक्ष्य को अस्वीकार कर दिया.
दरअसल, स्पेन के निर्णय की घोषणा करते हुए प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज़ ने कहा कि नाटो के अंतिम शिखर सम्मेलन की विज्ञप्ति में व्यय प्रतिज्ञा की भाषा-शायद आधा दर्जन पैराग्राफों का एक पृष्ठ का पाठ – अब “सभी सहयोगियों” को संदर्भित नहीं करेगा. वहीं, अमेरिका ने भी यह आंकड़ा संयुक्त राज्य अमेरिका पर लागू न करने की बात कही है.
5% तक पहुंचना लंबा रास्ता
ऐसे में सवाल ये है कि गठबंधन के अन्य सदस्यों, जैसे बेल्जियम, कनाडा, फ्रांस और इटली से क्या मांगें की जा सकती हैं, जिन्हें सुरक्षा व्यय में अरबों डॉलर की वृद्धि करने में भी संघर्ष करना पड़ेगा. क्योंकि रूटे का मनना है कि कुछ देशों कि लिए 5% तक पहुंचना “अभी भी एक लंबा रास्ता है”
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