Nepal Gen-Z Protest: नेपाल में Gen-Z के विरोध प्रदर्शन के बाद अब हालात काबू में आ रहे हैं. भारी विद्रोह के बाद नेपाल में सत्ता गिर चुकी है. देश की कमान संभालने के लिए अंतरिम कार्यकारिणी की गठन की चर्चा की जा रही है. अंतरिम हेड के रूप में सबसे आगे सुशीला कार्की का नाम है, जो देश की पूर्व न्यायाधीश हैं. नेपाल के प्रधानमंत्री केपी ओली के इस्तीफे के बाद सुशीला कार्की को ही अंतरिम हेड चुनने के फैसला लिया गया है.
Sushila Karki संभालेंगी नेपाल की कमान
नेपाल में Gen-Z प्रदर्शनकारियों ने सुशीला कार्की के नाम पर सहमति जताई है. नेपाल के राष्ट्रपति राम चंद्र पौडेल आज सुबह सुशीला कार्की को प्रधानमंत्री नियुक्त करने की तैयारी कर रहे. शीतल निवास के सूत्रों से ये जानकारी सामने आई है कि आज सुबह कार्की शपथ ले सकती हैं. कार्की को प्रधानमंत्री नियुक्त करने के लिए नेपाल के राष्ट्रपति ने गुरुवार मध्यरात्रि तक विचार-विमर्श और परामर्श जारी रखा. राष्ट्रपति पौडेल ने इसके बारे में सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के नेताओं को सूचित कर दिया है और संविधान विशेषज्ञों के साथ अलग-अलग विचार-विमर्श किया है.
कौन हैं सुशीला कार्की (Nepal Gen-Z Protest)
बता दें कि सुशीला कार्की नेपाल की पहली महिला प्रधान न्यायधीश हैं. इतना ही नहीं, वो देश की पहली महिला प्रधानमंत्री बनेंगी. कार्की ने बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी से राजनीति शास्त्र में मास्टर्स की डिग्री हासिल की है. 1979 में उन्होंने वकालत में अपनी करियर की शुरुआत की थी. कार्की 11 जुलाई 2016 से 6 जून 2017 तक नेपाल की मुख्य न्यायाधीश रहीं.
2017 में उनके खिलाफ लाया गया महाभियोग
साल 2017 में सुशीला कार्की के खिलाफ महाभियोग लाया गया था. उस दौरान उन पर कार्यपालिका में हस्तक्षेप आरोप लगाया गया था, जिसके बाद वो सस्पेंड भी कर दी गईं थीं. हालांकि, कार्की की की पहचान एक ऐसे न्यायधीश के रूप में रही है जो भ्रष्टाचार के खिलाफ थीं. बता दें कि कार्की साल 006 में संवैधानिक मसौदा समिति की सदस्य भी रह चुकी हैं.