Washington: न्यूयॉर्क में जोहरान ममदानी के मेयर बनने के बाद से ही व्यापारी अपने बिजनेस को लेकर परेशान हैं. अरबपति निवेशक और स्टारवुड कैपिटल ग्रुप के चेयरमैन तथा सीईओ बैरी स्टर्नलिच्ट ने हैरान करने वाला दावा किया है. दिग्गज अरबपति ने एक साक्षात्कार में कुछ ऐसा दावा किया है कि जो लोगों को हैरान कर रहा है. उद्योगपति बैरी स्टर्नलिच्ट ने कहा कि ममदानी की किराया फ्रीज करने वाली योजना का गलत असर न्यूयॉर्क सिटी के आवास बाजार के लिए होने जा रहा है.
सबसे पहले अपने वादों को पूरा करने की खाई है कसम
दरअसल, मेयर जोहरान ममदानी ने जीत के बाद सबसे पहले अपने वादों को पूरा करने की कसम खाई है. इस बीच अरबपति निवेशक और स्टारवुड कैपिटल ग्रुप के चेयरमैन तथा सीईओ बैरी स्टर्नलिच्ट ने एक हैरान करने वाला दावा किया है. बैरी स्टर्नलिच्ट ने एक साक्षात्कार में कहा कि ममदानी की किराया फ्रीज करने वाली योजना का गलत असर न्यूयॉर्क सिटी के आवास बाजार के लिए होने जा रहा है. कहा कि अगर ममदानी अपने वादे सच में पूरा करना शुरू करते हैं, तो न्यूयॉर्क मुंबई बन जाएगा.
समाजवादी एजेंडा डेवेलपर्स को कर देगा शहर से बाहर
बैरी स्टर्नलिच्ट का मानना है कि ममदानी का यह समाजवादी एजेंडा डेवेलपर्स को शहर से बाहर कर देगा और रियल स्टेट को बुरी तरीके से प्रभावित करेगा. बैरी स्टर्नलिच्ट का तर्क है कि ममदानी का प्रस्ताव किरायदारों की स्थिर आय के कारण किराया फ्रीज करने पर केंद्रित है. इस दौरान किराया न चुकाने की एक श्रृंखला प्रतिक्रिया को ट्रिगर करेगा और संपत्ति के स्वामित्व में निवेशकों के भरोसे को भी कम करेगा.
यूनियनों के साथ समझौता करने की कोशिश
उन्होंने उदाहरण देते हुए समझाया कि अगर कोई भी प्रोजेक्ट न्यूयॉर्क में 100 मिलियन डॉलर से ऊपर का है तो उसको यूनियन के साथ ताम करना पड़ता है. यह बहुत महंगा है. इसके कारण मकान की कीमत बढ़ जाती है. वहीं दूसरे डेवेलपर्स ने यूनियनों के साथ समझौता करने की कोशिश की है लेकिन न्यूयॉर्क में उनका ही राज चलता है. उन्होंने दावा किया कि यही कारण है कि अमेरिका में डेमेक्रेटिक पार्टी राज्य काफी महंगे हैं.
अपने चुनावी वादों को पूरी तरीके से लागू करने में लगे हैं ममदानी
जीत के बाद से ही ममदानी अपने चुनावी वादों को पूरी तरीके से लागू करने में लगे हैं. ममदानी की ओर से किए गए वादों में किराया-स्थिर अपार्टमेंटों में किराए को स्थिर करना, मुफ्त बस सेवाएं प्रदान करना, 6 महीने से 5 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए एक सार्वभौमिक, मुफ्त बाल देखभाल कार्यक्रम बनाना और प्रत्येक नगर में एक-एक, पांच शहर-स्वामित्व वाली किराना दुकानें खोलना शामिल है.
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