तालिबान ने पाकिस्तान को बताया कायर दुश्मन, दी चेतावनी, कहा-अफगानिस्तान खुद करता है अपना हिसाब-किताब

Aarti Kushwaha
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Pakistan-Afghanistan relations: पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच तनाव लगातार बढ़ता ही जा रहा है. ऐसे में ही तालिबान के डिप्टी प्राइम मिनिस्टर मुल्ला अब्दुल गनी बरादर ने पाकिस्तान को कायर दुश्मन बताते हुए उसे कड़ी चेतावनी दी. उन्‍होंने कहा कि हमने रक्षा मंत्रालय को निर्देश दिया है कि वो ऐसी एडवांस तकनीकी हथियारों का विकास करें, जो हमारे पड़ोसियों और दुनिया की नींद हराम कर दें.

तालिबान के डिप्टी प्राइम मिनिस्टर मुल्ला अब्दुल गनी बरादर ने पाकिस्तान को संबोधित करते हुए कहा कि वो कायर दुश्मन से कह रहे हैं कि वो अफगानिस्तान की क्षेत्रीय अखंडता को कमजोर न करे, सभी सिद्धांतों का उल्लंघन करते हुए बेगुनाह महिलाओं, बच्चों और अफगानों को न मारे और अफगान लोगों के सब्र का इम्तिहान न ले.

अफगानिस्तान ने दी ये चेतावनी

इतना ही नहीं, उन्‍होंने आगे कहा कि किसी भी हमलावर को यह नहीं भूलना चाहिए कि तालिबान के पास भी याददाश्त होती है और वो अपने जरूरी हिसाब-किताब खुद करते हैं. उन्‍होंने कहा कि अफगानिस्तान सभी देशों के साथ अच्छे संबंध चाहता है, लेकिन यदि कोई हमला करता है तो उसका जवाब कड़ा होगा.

बता दें कि पिछले कुछ समय से पाकिस्‍तान और अफगानिस्तान के बीच तनाव चल रहा है. हाल ही में पाकिस्तान ने टीटीपी को लेकर अफगानिस्तान पर हमला किया था. जिसके दोनों देशों की ओर से एक दूसरे पर कार्रवाई की गई, और उनके बीच तनाव बढ़ता गया.

कौन हैं मुल्ला अब्दुल गनी बरादर?

मुल्ला अब्दुल गनी बरादर तालिबान के सह-संस्थापकों में से एक हैं, जो तालिबान के संस्थापक मुल्ला उमर के भरोसेमंद कमांडरों में से एक थे और कहा जाता है कि उनकी शादी उमर के बहन से हुई है. इसके अलावा, उन्हें 2010 में पाकिस्तान के कराची शहर में सुरक्षा बलों ने गिरफ्तार किया था और 2018 में रिहा किया गया था. बरादर 1994 में तालिबान आंदोलन के सह-संस्थापक हैं. बरादर ने एक सैन्य रणनीतिकार और कमांडर के रूप में पहचान बनाई.

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