पाकिस्तान के पूर्व पीएम के बेटों की वतन वापसी, राजनिति‍ में कर सकते हैं एंट्री! शहबाज सरकार को सता रहा इस बात का डर

Aarti Kushwaha
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Pakistan: पाकिस्तान की सियासत में कभी सबसे लोकप्रिय चेहरों में से एक रहे इमरान खान अब जेल की सलाखों के पीछे हैं. ऐसे में अब उनके बेटे सुलेमान व कासिम की पाकिस्तान वापसी और राजनीति में प्रवेश को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं. ब्रिटेन में पले-बढ़े इमरान खान के दोनों बेटे अब तक राजनीति से दूर थे, लेकिन इमरान की लगातार बिगड़ती स्थिति और पीटीआई में नेतृत्व संकट ने खान परिवार को एक निर्णायक मोड़ पर ला खड़ा किया है.

दरअसल, पूर्व प्रधानमंत्री अगस्त 2023 से अदियाला जेल में बंद हैं, और उनके बेटों को उनसे बात नहीं करने दिया जा रहा है. वहीं, उनकी पूर्व पत्नी जेमिमा गोल्डस्मिथ खुलकर इस मुद्दे को उठा रही हैं, लेकिन पाकिस्तानी सत्ता प्रतिष्ठान पर इसका कोई असर नहीं दिखता.

सांसदी के लिए विदेशी नागरिकता त्यागना जरूरी

बता दें कि सुलेमान (29) व कासिम (26) इमरान खान और जेमिमा गोल्डस्मिथ के बेटे हैं तथा जन्म से ही ब्रिटिश नागरिक हैं. ऐसे में पाकिस्तान के संविधान के मुताबिक, सांसदी के लिए देश का नागरिक होना जरूरी है. दोहरी नागरिकता वाले तभी चुनाव लड़ सकते है जब वे विदेशी नागरिकता त्याग दें. ऐसे में दोनों का ब्रिटिश पासपोर्ट छोड़ने पर विचार जारी है. और जल्द ही इस पर निर्णय लिया जा सकता है.

पाकिस्तान में पांव जमाना आसान नहीं

हालांकि‍ पाकिस्तानी राजनीतिक विश्लेषक हमीद मीर के मुताबिक, इमरान के बेटों के लिए देश की राजनीति में पांव जमाना आसान नहीं होगा. पीटीआई कार्यकर्ताओं का भावनात्मक जुड़ाव इमरान से है. वहीं, यदि कासिम या सुलेमान की वतन वापसी होती है तो यह एक प्रतीकात्मक कदम होगा.

शहबाज शरीफ को सता रहा डर

वहीं, पाकिस्‍तान की वर्तमान सरकार को डर है कि यदि सुलेमान और कासिम पाकिस्तान आए और कोई बड़ा आंदोलन शुरू हुआ तो हालात बेकाबू हो सकते हैं. यही वजह है कि उन्हें इमरान खान से मिलने तक की अनुमति नहीं दी जा रही.

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