Pakistan reject India claim: जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में शामिल आतंकियों के साथ संबंधों को लेकर पाकिस्तान ने सीधे अपना पल्ला झाड़ लिया है. दरअसल, पाकिस्तान ने कहा है कि पहलगाम में हमला करने वाले और ऑपरेशन महादेव में मारे गए आतंकवादियों से उनका कोई संबंध नहीं है. शफ़क़त अली ख़ान ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया.
दरअसल, पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता शफ़क़त अली ख़ान ने इस्लामाबाद में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि भारत ने अब तक इन आरोपों को साबित करने के लिए कोई पुख्ता सबूत नहीं दिया है कि पहलगाम में आतंकी हमला करने वाले और 28 जुलाई को ऑपरेशन महादेव में मारे गए आतंकवादियों का पाकिस्तान से कोई कनेक्शन था.
भारत में विपक्षीय नेता इस बात पर उठ़ा रहें सवाल
शफ़क़त अली ने कहा कि दातीगाम के जंगलों में मारे गए आतंकवादियों को लेकर भारत के गृह मंत्री अमित शाह जो दावा कर रहे हैं वो उसी तरह हैं जैसे ऑपरेशन सिंदूर से पहले भारत ने पहलगाम हमले को लेकर किए थे. इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि ये भी बड़ी अजीब बात है और भारत में विपक्ष के नेता भी ये सवाल उठा रहे है कि क्या पहलगाम के हमलावर उसी दिन मारे गए, जिस दिन भारत की संसद में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा शुरू हुई थी.
“भारत के नेताओं के दावे को पाकिस्तान ने किया खारिज”
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि लोकसभा में तथाकथित ऑपरेशन सिंदूर पर परिचर्चा के दौरान भारत के नेताओं ने जो बेबुनियाद दावे किए गए हैं, जो भड़काऊ बयान दिए गए हैं उनको पाकिस्तान सिरे से खारिज करता है. शफ़क़त ने कहा कि भारतीय नेताओं के ये दावे, तथ्यों को तोड़ने मरोड़ने, आक्रामकता को जायज ठहराने और घरेलू सियासी फायदे के लिए संघर्ष का महिमामंडन करने के खतरनाक चलन को दिखाते हैं.
भारत ने किसी जांच के बिना ही पाकिस्तान पर किया हमला
उन्होंने कहा कि दुनिया को पता है कि भारत ने पहलगाम हमले का कोई ठोस सबूत दिए बगैर, कोई विश्वसनीय जांच किए बिना ही पाकिस्तान पर हमला किया था. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि ऑपरेशन महादेव को लेकर किए गए दावे भी हमारे लिए कोई मायने नहीं रखता है. भारत के गृह मंत्री ने इस बारे में जो दावे किए हैं, मनगढंत हैं, जिससे इनकी विश्वसनीयता पर गंभीर सवाल खड़े होते हैं. शफ़क़त ने कहा कि ये महज इत्तिफाक नहीं हो सकता कि पहलगाम हमला करने वाले आतंकी उसी दिन मारे गए, जिस दिन लोकसभा में बहस शुरू हुई थी.
पूर्व उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने भी उठाया सवाल
वहीं, इससे पहले भारत में पाकिस्तान के हाई कमिश्नर रह चुके डिप्लोमैट अब्दुल बासित ने भी यही सवाल उठाया था. दरअसल उन्होंने अपने एक टीवी प्रोग्राम में कहा कि भारत की कोई क्रेडिबिलिटी नहीं है. यदि भारत के पास वाकई पहलगाम हमले और पाकिस्तान के कनेक्शन के ठोस सबूत हैं, पक्के सबूत हैं, तो वो सारे सबूत दुनिया को दिखाने चाहिए.
अब्दुल बासित ने कहा कि पहले भारत ने पहलगाम हमले में पाकिस्तान का हाथ होने के बेबुनियाद इल्ज़ाम लगाए और अब तीन आतंकियों को मार कर ये दावा कर रहा है कि वो पाकिस्तानी थे, लेकिन दुनिया में कोई भी देश भारत के इस दावे पर यकीन नहीं करता.
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