दुनिया का सबसे ताकतवर फाइटर जेट ‘राफेल’ की जासूसी करते रंगेहाथ पकड़े गए 4 चीनी नागरिक, ग्रीस में हुआ बड़ी साजिश का खुलासा

Aarti Kushwaha
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Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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Rafale fighter jet: दुनिया का सबसे ताकतवर जेट राफेल को चीन कमजोर साबित करने में लगा हुआ है. जिसका खुलासा भारत के दोस्‍त देश ग्रीस के एक एयर बेस पर हुआ है. दरअसल, ग्रीस के तंगड़ा एयरबेस से राफेल की जासूसी करते हुए चार चीनी जासूस रंगे हाथ पकड़े गए है. बता दें कि इस एयरबेस पर फ्रांसिसि राफेल जेट और हेलनिक एयरोस्पेस इंडस्ट्री की अहम सुविधाएं है.

रिपोर्ट के मुताबिक, एयरबेस पर पकड़े गए चार चीनी नागरिकों में दो पुरुष, एक महिला और एक युवक शामिल है, जो संदिग्ध स्थिति में कैमरे लेकर सैन्य एयरबेस की फोटो खींचते पाए गए. हालांकि इस दौरान सुरक्षा गार्ड्स ने उन्‍हें रोका भी. इस दौरान वो एक पुलिया की तरफ बढ़ तो गए, लेकिन वहां से भी वो छिपकर फोटो खींचते रहे थें, जिसके बाद हेलनिक एयरफोर्स पुलिस ने उन्हें तुरंत हिरासत में लिया. इस दौरान पुलिस ने उनके कैमरे से दर्जनों संवेदनशील तस्वीरें बरामद की है.

पूरी दुनिया ने देखी राफेल की ताकत

इस मामले को ग्रीस की इंटेलिजेंस एजेंसी ने जासूसी का गंभीर मामला माना है. क्‍योंकि सवाल ये है कि आखिर कोई टूरिस्ट राफेल जैसे सैन्य एयरबेस की तस्वीरें क्‍यों खींचेगा.

दरअसल, मई 2025 भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर राफेल से हमले किए. इस दौरान इसकी उच्चस्तरीय सटीकता, गुप्त घुसपैठ और बिना किसी नुकसान के मिशन की सफलता की ताकत को पूरी दुनिया ने देखा था, जिसके बाद से ही कई देशों ने राफेल में दिलचस्‍पी दिखाई है, जिससे चीनी जेट्स जे-10 और एफसी 31 की बिक्री प्रभावित हुई.

अपने जासूसी नेटवर्क में विस्‍तार कर रहा चीन

हालांकि चीन की ओर से जासूसी की ये कोई पहली घटना नहीं है, बल्कि एक व्यापक, सुप्रलेखित प्रवृत्ति का हिस्सा है, चीन द्वारा अपने वैश्विक जासूसी नेटवर्क का आक्रामक विस्तार का. हालांकि हैरानी की बात ये है कि ग्रीस को ऐसे अभियानों के लिए चुना गया है, जो पारंपरिक रूप से भारत के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध रखने वाला देश है और जिसका चीन के साथ कोई प्रत्यक्ष संघर्ष नहीं है.

चीन की जासूसी रणनीति की विशेषताएं

बता दें कि चीन दुनिया के सबसे विस्तृत ख़ुफ़िया नेटवर्कों में से एक का संचालन करता है, जो वैश्विक स्तर पर जानकारी एकत्र करने के लिए सरकारी एजेंसियों, नागरिकों और प्रॉक्सी संगठनों के संयोजन का उपयोग करता है. चीन की खुफिया तंत्र अत्यधिक बहुमुखी है, जो अपने उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए मानवीय ख़ुफ़िया जानकारी, साइबर जासूसी और आर्थिक लाभ का मिश्रण इस्तेमाल करता है.

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