बेतुके बयान देने के बजाए अपने देश में अल्पसंख्यकों के अधिकारों की करें रक्षा, बांग्लादेश की टिप्पणी पर भारत ने दी प्रतिक्रिया

Aarti Kushwaha
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Randhir Jaiswal: भारत ने वक्फ संशोधन अधिनियम पर विरोध प्रदर्शनों के दौरान पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा के बारे में बांग्लादेश के बयान को सिरे से खारिज कर दिया है. दरअसल, बांग्लादेश ने बुधवार को भारत और पश्चिम बंगाल सरकार से राज्य में हिंसा के बीच अल्पसंख्यक मुस्लिम आबादी की सुरक्षा के लिए सभी जरूरी कदम उठाने का आग्रह किया था.

ऐसे में भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्‍ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि हम पश्चिम बंगाल की घटनाओं के संबंध में बांग्लादेश की ओर से की गई टिप्पणियों को अस्वीकार करते हैं. यह बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के लगातार उत्पीड़न पर भारत की चिंताओं के साथ तुलना करने का एक छिपा हुआ और कपटपूर्ण प्रयास है, जहां ऐसे कृत्यों के अपराधी अभी भी खुलेआम घूम रहे हैं.

प्रदर्शन में तीन लोगों की मौत, सैकड़ो बेघर

उन्‍होंने कहा कि अनुचित टिप्पणी करने के बजाय, बांग्लादेश को अपने अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए. दरअसल, वक्फ (संशोधन) अधिनियम के विरोध में मुर्शिदाबाद के सुती, धुलियान, समसेरगंज और जंगीपुर इलाकों में हुई हिंसा में तीन लोगों की मौत हुई थी, जबकि सैकड़ों लोग बेघर हो गए. जिसके बाद इलाके में केंद्रीय बलों की तैनाती की गई और इंटरनेट सेवाओं को निलंबित कर दिया गया.

बांग्लादेश ने इस प्रयासों को किया खारिज

इसी बीच बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख सलाहकार मोहम्मद यूनुस के प्रेस सचिव शफीकुल आलम ने कहा कि हम मुर्शिदाबाद में सांप्रदायिक हिंसा में बांग्लादेश को शामिल करने के किसी भी प्रयास का दृढ़ता से खंडन करते हैं. हम भारत और पश्चिम बंगाल सरकार से अल्पसंख्यक मुस्लिम आबादी की पूरी तरह से सुरक्षा के लिए सभी कदम उठाने की अपील करते हैं.

इसे भी पढें:-सीरिया से 600 सैनिक वापस बुलाएगा अमेरिका, क्या होगा इसका नतीजा?

Latest News

Sarva Pitru Amavasya: आज सर्वपितृ अमावस्या पर करें ये उपाय, वरना पितृ दोष से होंगे परेशान

Sarva Pitru Amavasya: सर्वपितृ अमावस्या यानी अश्विन माह की अमावस्या के दिन पितरों की विदाई हो जाती है और...

More Articles Like This

Exit mobile version