Russia missile attack on Turkish ship : तुर्कमेनिस्तान की राजधानी अश्गाबात में शुक्रवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन और तुर्की के राष्ट्रपति तैय्यप एर्दोगन आयोजित अंतरराष्ट्रीय शांति एवं विश्वास मंच में हिस्सा ले रहे थे. बता दें कि इस कार्यक्रम से पहले दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय बैठक भी चल रही थी. लेकिन वहीं एक ओर तुर्की लगातार यूक्रेन की युद्ध में मदद कर रहा था. इस दौरान तुर्की को सबक सिखाने के लिए रूस ने जरा भी देर नहीं की. प्राप्त जानकारी के अनुसार दोनों नेताओं की तुर्कमेनिस्तान में चल रही मीटिंग के दौरान ही रूसी सेना ने काला सागर में तुर्की के जहाज पर बड़ा मिसाइल हमला कर दिया.
हमले का वीडियो हुआ वायरल
बता दें कि सोशल मीडिया पर तुर्की के जहाज पर काला सागर में रूसी हमले के बाद का वीडियो सामने आया है. वीडियो में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि जहाज आग की लपटों में घिर गया. जानकारी के मुताबिक, काला सागर में रूसी जहाजों को निशाना बनाने की यूक्रेनियों को अनुमति देने के बाद तुर्की के खिलाफ रूस की यह पहली कड़ी प्रतिक्रिया है.
यूक्रेन की मदद के लिए बिजली जनरेटर ले जा रहा तुर्की का जहाज
ऐसे में रूस के खिलाफ युद्ध में मदद करने के लिए तुर्की के मालवाहक जहाज Cenk RoRo कीव के लिए बिजली जनरेटर (AKSA) ले जा रहा था. प्राप्त जानकारी के अनुसार रूस ने लगातार यूक्रेन के बिजली घरों, पावर हाउस समेत अन्य ऊर्जा ठिकानों पर हमला किया. जिसकी वजह से यूक्रेन में भारी ऊर्जा संकट पैदा हो गया है. माना जा रहा है तुर्की ने यूक्रेन की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए उसे बिजली जनरेटर की सप्लाई कर रहा था. इसकी सूचना मिलते ही रूसी सेना ने तुर्की के जहाज पर बैलिस्टिक मिसाइल से हमला कर दिया. इतना ही नही बल्कि रूस ने बैलिस्टिक मिसाइल हमले करने के बाद कहा कि “जो भी रूस को नुकसान पहुंचाएगा, उसे भारी कीमत चुकानी पड़ेगी!”
इसे भी पढ़ें :- ट्रंप की बढ़ी मुश्किलें, कैलिफोर्निया समेत इन देशों ने किया H-1B वीजा शुल्क बढ़ोतरी पर मुकदमा