रूस ने पाकिस्तानी ISI जासूसी नेटवर्क का किया भंड़ाफोड़, निशाने पर थी मिलिट्री टेक्नोलॉजी

Aarti Kushwaha
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Russia Pakistan: रूस ने पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) की ओर से संचालित एक जासूसी नेटवर्क का भड़ाफोड़ किया है, जो रूस से एयर डिफेंस सिस्टम (वायु रक्षा प्रणाली) तकनीक को बाहर तस्करी करने की कोशिश कर रहा था. ऐसे में माना जा रहा है कि यह ISI का रूस में पहला ऐसा मिशन हो सकता है.

बता दें कि इससे पहले ही ऐसी खबर सामने आई थी कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI नेटवर्क की सैन्य तकनीक की तस्करी कर रही थी. इस तस्करी के चलते सेंट पीटर्सबर्ग में एक रूसी नागरिक को गिरफ्तार किया गया है. इस नेटवर्क के निशाने पर सैन्य हेलिकॉप्टर और वायु रक्षा सिस्टम से जुड़े गोपनीय दस्तावेज थे.

जासूस को किया गया गिरफ्तार

इस मामले में सूत्रों के मुताबिक, एक काउंटर-इंटेलिजेंस ऑपरेशन में, सेंट पीटर्सबर्ग में एक रूसी नागरिक को गिरफ्तार किया गया, जब वो सैन्य हेलीकॉप्टर तकनीक और एयर डिफेंस सिस्टम विकसित करने के लिए इस्तेमाल होने वाले दस्तावेज और MI8AMTShV और MI8 AMTShV (VA) मिलिट्री ट्रांसपोर्ट हेलीकॉप्टरों से संबंधित अन्य जानकारी को तस्करी करने की कोशिश कर रहा था. यह जासूसी नेटवर्क कुछ महीने पहले सामने आया, जब यह पता चला कि ISI ने कथित तौर पर रूस की ओर से विकसित एडवांस एयर डिफेंस सिस्टम (Advanced Air Defence Systems) से जुड़ी तकनीक को बाहर तस्करी करने की कोशिश की थी.

ऑपरेशन सिंदूर से कनेक्शन

दरअसल, रूस में ही बनें S400 मिसाइल रक्षा प्रणाली के इस्तेमाल से भारतीय वायु सेना ने ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया था और यह मिशन में निर्णायक भूमिका निभाने वाली तकनीक साबित हुई थी. भारत की योजना है कि वो 5 और S400 मिसाइल रक्षा प्रणालियां खरीदे.

कहां इस्तेमाल होती है तकनीक

बता दें कि Mi8AMTShV एक एडवांस रूसी सैन्य परिवहन और आक्रमण हेलीकॉप्टर है, जो Mi8AMTSh Terminator का आधुनिक संस्करण है. MI8 AMTShV (VA) आर्कटिक (Arctic) संस्करण है, जिसे ध्रुवीय क्षेत्रों में संचालन के लिए डिजाइन किया गया है. इसमें विशेष हीटिंग सिस्टम, बेहतर इन्सुलेशन और लंबी दूरी के ईंधन टैंक शामिल हैं.

वहीं, अभी हाल ही में इस्लामाबाद में रूसी दूतावास ने पाकिस्तानी अखबार Frontier Post के एक लेख को चेतावनी दी, क्योंकि उन्होंने इसे रूस-विरोधी (anti-Russian) प्रचार बढ़ावा देने वाला बताया. दरअसल, रूस पिछले कुछ समय से पाकिस्तान को लताड़ रहा है. पिछले हफ्ते, इस्लामाबाद में रूसी दूतावास ने पाकिस्तानी अंग्रेजी अखबार The Frontier Post को रूस विरोधी नैरेटिव फैलाने के लिए फटकार लगाई थी.

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