दुनिया के महासागरों में अमेरिका से ज्यादा परमाणु पनडुब्बियां हमारे पास, रूसी सांसद का ट्रंप पर पलटवार

Aarti Kushwaha
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Russia US Relations: अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में रूस और यूक्रेन के बीच संघर्षविराम की समयसीमा को 50 दिनों से घटाकर 10 दिन कर दिया, जिसपर रूस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के डिप्टी चेयरमैन दिमित्री मेदवेदेव ने कहा कि ट्रंप का हर नया अल्टीमेटम अमेरिका और रूस के बीच एक खतरा और युद्ध की ओर एक कदम है.

मेदवेदेव के इस बयान के बाद ट्रंप दो परमाणु पनडुब्बियों को ‘उपयुक्त क्षेत्रों’ में भेजने की बात कही थी, जिसपर एक वरिष्ठ रूसी सांसद ने पलटवार किया है. सांसद ने दावा किया है कि रूस के पास वर्तमान में दुनिया के महासागरों में अमेरिका से ज्यादा परमाणु पनडुब्बियां तैनात हैं.

मॉस्को को ट्रंप के बातों पर प्रतिक्रिया देने की जरूरत नहीं

बता दें कि राज्य ड्यूमा की सीआईएस मामलों, यूरेशियन एकीकरण और प्रवासी संबंध समिति के पहले उपाध्यक्ष विक्टर वोडोलात्स्की ने कहा कि ट्रंप ने जिन जहाजों को ‘उपयुक्त क्षेत्रों’ में भेजने का आदेश दिया, वे पहले से ही नियंत्रण में हैं. मॉस्को को अमेरिकी राष्ट्रपति की बातों पर प्रतिक्रिया देने की कोई जरूरत नहीं है.

लंबे समय से हमारी निगरानी में है ट्रंप की नावें

रूसी सरकारी समाचार एजेंसी ‘तास’ ने वोडोलात्स्की के हवाले से कहा, “दुनिया के महासागरों में हमारी (न्यूक्लियर) पनडुब्बियां काफी ज्यादा हैं, (और उनके पास) सबसे मजबूत, सबसे शक्तिशाली हथियार हैं. इसलिए (ट्रंप की) दो नावें अगर घूम भी रही हैं, तो वह लंबे समय से हमारी निगरानी में हैं. हमारी ओर से कोई जवाब नहीं हो सकता, क्योंकि हम अच्छी तरह समझते हैं कि डोनाल्ड ट्रंप कौन हैं. बीते कुछ महीनों में यह स्पष्ट हो गया है कि वह हर 24 घंटे में अपना मन बदलते रहते हैं.”

मूर्खतापूर्ण और भड़काऊ बयान सिर्फ शब्द न…

पूर्व रूसी राष्ट्रपति और वर्तमान में रूसी संघ की सुरक्षा परिषद के उपाध्यक्ष दिमित्री मेदवेदेव के बयान के बाद, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ’ पर लिखा, “रूसी पूर्व राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव के अत्यधिक भड़काऊ बयानों को मद्देनजर रखते हुए, मैंने दो परमाणु पनडुब्बियों को ‘उपयुक्त क्षेत्रों’ में तैनात करने का आदेश दिया है. एहतियात के तौर पर, इस स्थिति में कि यह मूर्खतापूर्ण और भड़काऊ बयान सिर्फ शब्द न होकर कुछ और साबित हों. शब्द बहुत अहम होते हैं. यह कई बार अनचाहे परिणामों की ओर ले जा सकते हैं. मैं उम्मीद करता हूं कि यह ऐसा कोई मामला नहीं बनेगा. इस विषय पर ध्यान देने के लिए धन्यवाद.”

वर्तमान प्रयासो पर ध्‍यान केंद्रित करें अमेरिका  

हालांकि, ट्रंप ने यह स्पष्ट नहीं किया कि कौन-सी पनडुब्बियां भेजी गई हैं, या उन्हें कहां तैनात किया गया है. इस बीच, विक्टर वोडोलात्स्की ने कहा कि अमेरिका के लिए यह कहीं अधिक तर्कसंगत होगा कि वह वर्तमान प्रयासों पर ध्यान केंद्रित करे, जिनमें रूस-अमेरिका वार्ताकार समूहों का गठन और दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडलों की आपसी यात्राएं शामिल हैं.

उन्होंने कहा, “इसके साथ-साथ एक मुख्य समझौते को अंतिम रूप देने की दिशा में काम होना चाहिए, जिसे रूस और अमेरिका के बीच संपन्न किया जाए, ताकि पूरी दुनिया में शांति कायम हो सके और तीसरे विश्व युद्ध की आशंका पर बातें करना बंद कर दे.”

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