‘खुफिया एजेंसी की खामियों ने नवीद अकरम को किया नजरअंदाज’, सिडनी हमले पर अल्बनीज का बडा खुलासा

Sydney: ऑस्ट्रेलिया में सिडनी के बोंडी बीच पर फायरिंग के दौरान पुलिस की गोली से घायल हुए आतंकी नवीद अकरम पर बडा खुलासा हुआ है. ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने कहा कि खुफिया एजेंसी एएसआईओ की नजर में नवीद अकरम पहली बार अक्टूबर 2019 में आया था. करीब छह महीने तक उसकी जांच की गई लेकिन बाद में अधिकारियों ने पाया कि उससे कोई खतरा नहीं है. शूटर नवीद अकरम ने 2019 में खुफिया एजेंसी को गच्चा दे दिया था. इसके बाद उसने छह साल बाद कत्लेआम किया.

साल की जेल की सजा काट रहा है मतारी

अधिकारियों के मुताबिक नवीद अकरम का संबंध आईएस आतंकी मतारी से था. मतारी फिलहाल सात साल की जेल की सजा काट रहा है. उसने खुद को आतंकवादी ग्रुप का ऑस्ट्रेलियाई कमांडर बताया था. बता दें कि ऑस्ट्रेलिया में सिडनी के बोंडी बीच पर फायरिंग करने वाले दोनों शूटर पाकिस्तान के रहने वाले थे. जांच के दौरान पता चला कि लाहौर के रहने वाले पिता-पुत्र ने हनुक्का उत्सव मनाने के लिए एकत्र भीड़ पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं, जिसमें 15 लोग मारे गए.

शूटरों ने न बच्चा देखा और न बूढ़ा

रविवार शाम को आठ दिवसीय हनुक्का उत्सव की शुरुआत हुई थी, तभी बोंडी बीच पर मौजूद लोगों पर दो लोगों ने गोलियां बरसाना शुरू कर दिया. शूटरों ने न बच्चा देखा और न बूढ़ा जो सामने पड़ा, गोलियों से भून दिया. अफरा तफरी मचने के बाद पुलिस ने मोर्चा संभाला और एक हमलावर देर कर दिया गया. मरने वाले की पहचान साजिद अकरम (50) के रूप में हुई. न्यू साउथ वेल्स के पुलिस कमिश्नर माल लैन्यन ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि जवाबी कार्रवाई में साजिद का बेटा नवीद अकरम (24) घायल हो गया.

ऑस्ट्रेलिया में लगभग तीन दशकों में सबसे खतरनाक मास शूटिंग

हमले की जांच कर रही टीम ने बताया कि दोनों शूटरों ने हमले को अंजाम देने से पहले अपने परिवार वालों को बताया था कि वे मछली पकड़ने के लिए साउथ कोस्ट जा रहे हैं. इस हमले को ऑस्ट्रेलिया में लगभग तीन दशकों में सबसे खतरनाक मास शूटिंग बताया जा रहा है. हैरानी की बात यह है कि फायरिंग की घटना एक ऐसे देश में हुई है जो बंदूकों पर नियंत्रण के लिए बनाए अपने सख्त कानूनों के लिए जाना जाता है.  अधिकारियों ने कहा कि नवीद अकरम ऑस्ट्रेलिया में जन्मा नागरिक है. ऑस्ट्रेलिया के गृहमंत्री टोनी बर्क के मुताबिक साजिद अकरम 1998 में स्टूडेंट वीजा पर ऑस्ट्रेलिया आया था, जिसे 2001 में पार्टनर वीजा और बाद में रेजिडेंट रिटर्न वीजा में बदल दिया गया था.

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