ब्रिटेन में एक युग का अंत निकट, महारानी विक्टोरिया के समय से चल रही ‘रॉयल ट्रेन’ सेवा होगी बंद

Raginee Rai
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

UK Royal Train: ब्रिटेन की ‘रॉयल ट्रेन’ सेवा अब जल्द ही समाप्‍त हो जाएगी. बकिंघम पैलेस द्वारा कहा गया है कि महाराजा चार्ल्स तृतीय ने स्वीकार किया है कि महारानी विक्टोरिया के समय से चल रही रॉयल ट्रेन को बंद करने का समय आ गया है. इस ट्रेन के परिचालन की लागत बहुत अधिक है. इसको किसी भी व्यावसायिक इंजन से जोड़ा जा सकता है. साल 2027 में इसके रखरखाव संबंधी मौजूदा अनुबंध खत्म होने से पहले इसकी सेवा समाप्‍त कर दिया जाएगा. इससे ब्रिटेन में एक युग का अंत हो जाएगा.

महारानी विक्टोरिया ने की थी रॉयल ट्रेन की शुरुआत

महारानी विक्टोरिया ने ‘रॉयल ट्रेन’ ट्रेन को 1869 में अपनी यात्राओं के लिए शुरू किया था. शाही महल के वित्तीय मामलों के प्रभारी जेम्स चाल्मर्स ने कहा, ‘‘भविष्य की ओर बढ़ते हुए हमें अतीत से बंधे नहीं रहना चाहिए. जैसे शाही परिवार को अन्‍य कामकाज आधुनिक हुए हैं, वैसे ही अब वक्‍त आ गया है कि हम इस परंपरा को सम्मानपूर्वक विदाई दें.’’ शाही खर्चों पर पैलेस के वार्षिक संवाददाता सम्मेलन के दौरान ‘रॉयल ट्रेन’ सेवा समाप्त करने के निर्णय का ऐलान किया गया है. इस ट्रेन का इस्‍तेमाल ब्रिटिश शाही परिवार के सदस्य करते हैं.

शाही परंपरा का प्रतीक है रॉयल ट्रेन

बता दें कि, ब्रिटेन की ‘रॉयल ट्रेन’ एक ऐसी भव्य और खास ट्रेन है, जिसे शाही परिवार की यात्रा के लिए विशेष रूप से बनाया गया है. यह ट्रेन ब्रिटिश सम्राटों और शाही सदस्यों की गरिमा, परंपरा और सुरक्षा का प्रतीक है. महारानी विक्टोरिया के समय में यह भाप इंजन से चलने वाली लग्जरी ट्रेन थी. तब से लेकर अब तक, समय के साथ इस ट्रेन को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया गया है, लेकिन इसकी शाही पहचान और परंपराएं आज भी वैसी की वैसी ही हैं.

कहां चलती है यह ट्रेन?

‘रॉयल ट्रेन’ पूरे यूनाइटेड किंगडम- इंग्लैंड, स्कॉटलैंड, वेल्स और नॉर्दर्न आयरलैंड में चल सकती है. इस ट्रेन में आम जनता सफर नहीं करते है. यह सिर्फ विशेष शाही अवसरों पर ही चलाई जाती है, जैसे शाही विवाह या समारोह या फिर रॉयल उद्घाटन या यात्राएं.

होता है भारी भरकम खर्च 

इस ट्रेन के रखरखाव और संचालन में सालाना करोड़ों पाउंड का खर्चा आता है. ‘रॉयल ट्रेन’ को लेकर ब्रिटेन में समय-समय पर आलोचना भी होती रही है कि टैक्सपेयर के पैसे से इतनी महंगी ट्रेन क्यों चलाई जाए. अब जब यह सेवा बंद होने जा रही है तो भी कई लोगों का मानना है कि यह शाही परंपरा और सुरक्षा के दृष्टिकोण से आज भी आवश्‍यक है.

रॉयल ट्रेनके बारे में जानें

विशेष डिब्बे: ‘रॉयल ट्रेन’ में कुल 9 से 11 डिब्बे होते हैं, जिनमें हर डिब्बा किसी ना किसी शाही सदस्य या उद्देश्य के लिए तय होता है.

राजसी इंटीरियर: ट्रेन के अंदरूनी हिस्सों में कीमती लकड़ी, कालीन, शाही प्रतीक और साज-सज्जा होती है, जो किसी महल के जैसे लगती है.

रसोई और डायनिंग: इसमें शाही रसोई होती है, जहां कुक शाही परिवार के लिए विशेष भोजन बनाते हैं.

बेडरूम और बाथरूम: हर शाही सदस्य के लिए अलग बेडरूम और एनेक्स बाथरूम की व्यवस्था रहती है.

सुरक्षा और गोपनीयता: यह ट्रेन अत्यधिक सुरक्षित होती है और इसकी यात्रा की जानकारी गोपनीय रखी जाती है.

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