कभी यूक्रेन के साथ तो कभी पुतिन से बात, रूस-यूक्रेन जंग को लेकर क्‍या है ट्रंप का प्‍लान

Aarti Kushwaha
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Trump on Russia Ukraine war: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को एक बड़ा बयान दिया है, जिसने पूरी दुनिया में हलचल मचा दी है. दरअसल ट्रंप ने पहले कहा था कि जंग को खत्‍म करने के लिए यूक्रेन को रूस के आगे झुकना होगा लेकिन अब उन्‍होंने इसके ठीक विपरीत बयान दिया है. उन्‍होंने कहा है कि NATO और यूरोपीय यूनियन की मदद से रूस के हाथों खोई हुई अपनी सारी जमीन यूक्रेन वापस जीत सकता है.

ट्रंप का बदला रूख जेलेंस्‍की के लिए बड़ी कामयाबी  

दरअसल, संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की से मुलाकात के बाद ट्रंप ने सोशल मीडिया पर पर एक पोस्ट किया. इस दौरान उन्‍होंने लिखा कि ‘मुझे लगता है कि यूरोपीय संघ के समर्थन से यूक्रेन लड़ने और पूरे यूक्रेन को उसके मूल स्वरूप में वापस लाने की स्थिति में है. समय, धैर्य और यूरोप तथा विशेष रूप से NATO के वित्तीय समर्थन के साथ उन मूल सीमाओं वाली स्थिति में पहुंचने का विकल्प संभव है जिससे यह युद्ध शुरू हुआ था.’

ट्रंप का यह बदला हुआ रुख जेलेंस्की के लिए एक बड़ी कामयाबी साबित हो सकती है. क्‍योंकि यूक्रेनी राष्‍ट्रपति लंबे समय से अमेरिका से रूस के खिलाफ दबाव बनाए रखने की मांग करते रहे हैं. वहीं, यूएन में मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं ने गर्मजोशी से एक-दूसरे का स्वागत किया.

यूक्रेन की बहादुरी की बहुत इज्जत करते हैं

वहीं, जब ट्रंप ने कहा कि वो हम यूक्रेन की बहादुरी की बहुत इज्जत करते हैं, तों इसके जवाब में जेलेंस्की ने कहा कि ‘हमें जंग के मैदान से अच्छी खबरें मिल रही हैं. हम इस जंग को खत्म करने और सुरक्षा की गारंटी पर बात करेंगे.’

रूस को कागजी शेर की तरह दिखा रहा जंग

अमेरिकी राष्‍ट्रपति ने संयुक्त राष्ट्र में अपने भाषण में कहा कि यह जंग रूस के लिए शर्मिंदगी का सबब बन रही है. रूस 2.5 साल से बेकार की जंग लड़ रहा है. इस जंग को एक ताकतवर फौज को एक हफ्ते में जीत लेना चाहिए था. यह रूस को कागजी शेर की तरह दिखा रहा है. ‘ ट्रंप ने यह भी कहा कि रूस का आर्थिक हालत बदतर है, जो जंग को खत्म करने में अहम साबित हो सकता है.

यूरोप से रूसी तेल न खरीदने की अपील

इसके साथ ही अमेरिकी राष्‍ट्रपति ने यूरोपीय देशों से रूसी तेल और गैस का आयात बंद करने की अपील दोहराई.  उन्होंने कहा कि रूस की अर्थव्यवस्था को कमजोर करने के लिए ‘कड़े टैरिफ’ लगाए जा सकते हैं, जिससे ‘खून-खराबा जल्दी रुक सकता है.’  वहीं, यूरोपीय कमीशन की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने ट्रंप से मुलाकात के बाद कहा कि यूरोप रूस पर और सख्त प्रतिबंध लगाएगा और रूसी ऊर्जा का आयात और कम करेगा.

इसे भी पढें:-मोरक्को से पहली विदेशी डिफेंस यूनिट की शुरुआत, राजनाथ बोले-‘रक्षा क्षेत्र में भारत का यह बड़ा कदम’

More Articles Like This

Exit mobile version