India-Russia Talks: राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि रूस भारत को बिना किसी रोक टोक के एनर्जी सप्लाई देता रहेगा. उन्होंने कहा कि भारत की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के लिए हम तेल सप्लाई करते रहेंगे. साथ ही पुतिन ने कहा कि हमारे देश धीरे-धीरे नेशनल करेंसी में आपसी सेटलमेंट की ओर बढ़ रहे हैं. नई दिल्ली में 23वें भारत-रूस सालाना समिट के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुतिन ने कहा कि रूस भारत के लिए तेल, गैस और कोयले जैसी एनर्जी का एक भरोसेमंद सप्लायर है.
पंचवर्षीय योजना पर सहमति
पुतिन ने कहा कि हम तेजी से बढ़ती भारतीय इकॉनमी के लिए फ्यूल की बिना रुकावट शिपमेंट जारी रखने के लिए तैयार हैं. भारत और रूस ने अमेरिकी टैरिफ और प्रतिबंध लगाने से उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए शुक्रवार को आर्थिक और व्यापारिक साझेदारी को मजबूत करने के लिए एक पंचवर्षीय योजना पर सहमति बनायी है. दोनों देशों ने 2030 के आर्थिक कार्यक्रम को अंतिम रूप देने के अलावा, स्वास्थ्य, गतिशीलता और लोगों के बीच आदान-प्रदान सहित कई क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए.
दुनिया ने अनेक उतार-चढ़ाव देखे
पीएम मोदी ने द्विपक्षीय शिखर वार्ता के बाद अपने बयान में कहा कि गत आठ दशकों में दुनिया ने अनेक उतार-चढ़ाव देखे हैं. मानवता को अनेक चुनौतियों और संकटों से गुजरना पड़ा है. इसके बावजूद भारत-रूस की दोस्ती ध्रुव तारे की तरह अडिग रही है. प्रधानमंत्री मोदी ने आर्थिक संबंधों को और प्रगाढ़ करने के लिए तैयार खाके का ज़िक्र करते हुए कहा कि भारत-रूस आर्थिक साझेदारी को नई ऊंचाइयों पर ले जाना अब दोनों पक्षों की साझा प्राथमिकता है.
यूक्रेन युद्ध का मुद्दा भी प्रमुखता से उठा
उन्होंने कहा कि भारत और रूस यूरेशियन आर्थिक संघ के साथ एक मुक्त व्यापार समझौते जल्द से जल्द पूरा करने की दिशा में काम कर रहे हैं. दोनों शासनाध्यक्षों के बीच बातचीत के दौरान यूक्रेन युद्ध का मुद्दा भी प्रमुखता से उठा. PM मोदी ने कहा कि भारत ने उस देश में शांति की वकालत की है.
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