New Delhi: यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा है कि निस्संदेह रूस चाहता है कि हम अपने क्षेत्र छोड़ दें लेकिन कानून हमें यह अनुमति नहीं देता. सच कहें तो हमारा नैतिक अधिकार भी नहीं है. इससे एक तो बात साफ है कि युद्ध को खत्म करने के लिए अनिश्चित शांति वार्ताओं के बीच यूक्रेन किसी भी कीमत पर अपनी भूमि नहीं छोड़ेगा. रूस के आक्रमण के बाद पहली बार जेलेंस्की ने मीडिया से एक ग्रुप चैट के जरिए संवाद किया.
जेलेंस्की ने मीडिया से एक ग्रुप चैट के जरिए किया संवाद
दरअसल, यूरोप के कई देशों की 36 घंटे की व्यस्त यात्रा के दौरान जेलेंस्की के पास पारंपरिक रूप से संवाददाता सम्मेलन करने का समय नहीं था, इसलिए उन्होंने इसका एक नया तरीका अपनाया. रूस के आक्रमण के बाद पहली बार जेलेंस्की ने मीडिया से एक ग्रुप चैट के जरिए संवाद किया. लंदन और ब्रसेल्स के बीच उड़ान भरने के दौरान उन्होंने व्हाट्सऐप पर यूक्रेनी और अंतरराष्ट्रीय पत्रकारों के सवालों की एक लंबी सूची के ऑडियो संदेश के माध्यम से जवाब दिए. किसी विश्व नेता का इस तरीके से पत्रकारों से संवाद करना दुर्लभ है.
जेलेंस्की की थकान से भरी आवाज़ के बावजूद संवाददाता सम्मेलन सार्थक
विमान की सतत गूंज और जेलेंस्की की थकान से भरी आवाज़ के बावजूद पत्रकारों का संवाददाता सम्मेलन सार्थक रहा. जेलेंस्की ने लंदन में ब्रिटेन, जर्मनी और फ्रांस के नेताओं से मुलाकात की. फिर ब्रसेल्स में नाटो और यूरोपीय संघ प्रमुखों से और उसके बाद रोम जाकर इटली की प्रधानमंत्री एवं पोप लियो 14वें से मुलाकात की. युद्ध की शुरुआत से ही जेलेंस्की ने हरसंभव तरीके से संवाद को प्राथमिकता दी है. वह दुनियाभर में यात्राएं करते हुए पत्रकारों के सवालों का सीधा जवाब देते रहे हैं.
हम अपनी स्वतंत्रता की रक्षा कर रहे हैं
कीव पर जब 2022 में रूस ने हमला किया था तो जेलेंस्की ने मोबाइल पर वीडियो संदेश के जरिए यूक्रेनी जनता को आश्वस्त किया था कि हम सब यहां हैं. हमारे सैनिक यहां हैं. हम अपनी स्वतंत्रता की रक्षा कर रहे हैं. तब से वह लगातार वीडियो संदेश, विदेशी संसदों में डिजिटल माध्यम से भाषण, देर रात तक सोशल मीडिया पर पोस्ट करने और उच्च सुरक्षा घेरे में पत्रकारों के सामने उपस्थित होकर लोगों से संवाद करते रहते हैं.
इसे भी पढ़ें. UP: सीएम योगी बोले- युवाओं को बचना होगा ड्रग्स और मोबाइल के नशे से, सफलता का कोई शार्ट कट नहीं