Washington: फलस्तीनियों के प्रति इजराइली नीतियों के मुखर आलोचक रहे बोलीविया में एक नया बदलाव देखने को मिला है. जिसने वैश्विक स्तर पर हलचल मचा दिया है. बोलीविया की नयी दक्षिणपंथी सरकार ने अपने देश में जारी नाटकीय भू-राजनीतिक पुनर्गठन का ताजा संकेत देते हुए इजराइल को समर्थन देने का फैसला किया है. मंगलवार को कहा कि वह इजराइल के साथ राजनयिक संबंध बहाल करेगा.
द्विपक्षीय संबंधों की बहाली पर चर्चा
बोलीवियाई विदेश मंत्रालय ने कहा कि उसके शीर्ष राजनयिक मंगलवार को वाशिंगटन में अपने इजराइली समकक्ष से मुलाकात करेंगे ताकि द्विपक्षीय संबंधों की बहाली पर चर्चा की जा सके. इस संबंधों को बोलीविया की पूर्व वामपंथी सरकार ने गाजा में हमास के खिलाफ इजराइल के आक्रमण के कारण दो साल पहले समाप्त कर दिया था. बोलीविया ने कहा कि यह कदम राष्ट्रपति रोड्रिगो पाज के नेतृत्व में नयी विदेश नीति की रणनीति के तहत उठाया गया है.
गठबंधनों को मजबूत करना है
जिसका उद्देश्य बोलीविया की अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा का पुनर्निर्माण करना, नए आर्थिक अवसर खोलना और ऐसे गठबंधनों को मजबूत करना है जो देश एवं विदेशों में हमारे नागरिकों को सीधे तौर पर लाभान्वित करें. बता दें कि 1 नवम्बर 3023 में बोलीविया ने गाजा पट्टी में आक्रामक सैन्य हमले की निंदा करते हुए इजरायल के साथ राजनयिक संबंध तोड़ दिए थे. उप विदेश मामलों के मंत्री फ्रेडी ममानी ने कहा था कि बोलिविया गाजा पट्टी में हो रहे आक्रामक इजरायली सैन्य हमले की निंदा करता है. हमने इजरायल के साथ राजनयिक संबंध तोड़ने का फैसला किया है.
गाजा पट्टी में हमलों को समाप्त करने की मांग
मंत्री नेला प्रादा ने इस पर यह भी कहा था कि बोलीविया गाजा पट्टी में हमलों को समाप्त करने की मांग करता है, जिसके कारण अब तक हजारों नागरिकों की मौत हो चुकी है. इजरायली सेना फिलिस्तीनियों का जबरन विस्थापन चाहती है. वह आम लोगों के भोजन-पानी और जीवन की दूसरी जरूरतों को रोक रही है.
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