US News: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स से एक फोटो शेयर कर हलचल मचा दी है. ट्रंप द्वारा शेयर की गई तस्वीर उस व्यक्ति की है, जिसे बीते दिनों अमेरिका से निर्वासित कर दिया गया था. तस्वीर में शख्स की मुट्ठी दिख रही है जिस पर MS-13 लिखा है. इस तस्वीर को देखते ही ट्रंप के प्रमुख विपक्षी पार्टी डेमोक्रेट्स में खलबली मच गई. अब यह तस्वीर जांच के दायरे में आ गया है.
MS-13 लिखे मुट्ठी की तस्वीर पोस्ट
राष्ट्रपति ट्रंप ने MS-13 लिखे मुट्ठी की तस्वीर पोस्ट करते हुए अपनी पोस्ट में लिखा, “यह उस व्यक्ति का हाथ है, जिसके बारे में डेमोक्रेट्स का मानना है कि उसे वापस संयुक्त राज्य अमेरिका लाया जाना चाहिए, क्योंकि वह एक “अच्छा और निर्दोष व्यक्ति है.” डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वह MS-13 का सदस्य नहीं है, भले ही उसने अपने हाथों की उंगलियों पर MS-13 का टैटू गुदवाया हो और भले ही दो उच्च सम्मानित न्यायालयों ने पाया हो कि वह एमएस-13 का सदस्य था, उसने अपनी पत्नी को पीटा, आदि. उन्होंने कहा कि मुझे अन्य बातों के अलावा अमेरिका से बुरे लोगों को बाहर निकालने के लिए चुना गया था. मुझे अपना काम करने दिया जाना चाहिए. फिर से अमेरिका को महान बनाओ!”
This is the hand of the man that the Democrats feel should be brought back to the United States, because he is such “a fine and innocent person.” They said he is not a member of MS-13, even though he’s got MS-13 tattooed onto his knuckles, and two Highly Respected Courts found… pic.twitter.com/31sNr2k1SK
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) April 18, 2025
क्या है MS-13
बता दें कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार शाम को जो फोटो शेयर की है, उसमें दिख रही मुट्ठी किल्मर अब्रेगो गार्सिया की है. उसके टैटू वाले फिंगर्स इसमें दिखाई दे रहे हैं, जिसे पिछले माह विवाद के बीच अल साल्वाडोर निर्वासित कर दिया गया था. राष्ट्रपति ट्रंप के सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए फोटो को इस बात के सबूत के रूप में दिखाया गया है कि निर्वासित किया गया अब्रेगो गार्सिया हिंसक गिरोह MS-13 का सदस्य है.
बता दें कि MS-13 का एक आपराधिक गिरोह है, जिसने अमेरिका में हिंसा, लूट, बलात्कार, हत्या जैसी कई वारदातों को अंजाम दिया है. लेकिन अब यह तस्वीर जांच के घेरे में आ गई है. क्योंकि ट्रंप के आलोचकों, तकनीकी विशेषज्ञों और राजनीतिक विरोधियों का कहना है कि इसे डिजिटल तौर पर हेरफेर किया गया है.
ये भी पढ़ें :- PM Modi: सऊदी अरब की दो दिवसीय यात्रा पर जाएंगे पीएम मोदी, कई मुद्दों पर करेंगे चर्चा