दहन से पहले यहां रावण को पिलाई जाती है शराब, अजीबोगरीब परंपरा जान चौंक जाएंगे आप

Divya Rai
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Content Writer The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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Dussehra 2024: आज देशभर में दशहरा का पर्व मनाया जा रहा है. ये पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है. आज ही के दिन भगवान राम ने रावण का वध किया था. दशहरा के दिन जगह-जगह पर रावण के पुतले जलाए जाते हैं और बुराई का अंत किया जाता है. लेकिन आज हम आपको एक ऐसी जगह के बारे में बताएंगे, जहां रावण दहन से पहले रावण के पुतले को शराब पिलाई जाती है. आइए जानते हैं इस अजीबोगरीब परंपरा के पीछे की वजह…

64 साल से चली आ रही ये परंपरा

दरअसल, मेरठ में श्रीराम लीला कमेटी छावनी परिषद भैंसाली मैदान में रामलीला का मंचन करती है. जहां पिछले 64 साल से लोग इस परंपरा को मानते आ रहे हैं. दशहरे के दिन रावण के पुतले को खड़ा करने से पहले उसे शराब पिलाई जाती है. साथ ही जहां उसका पुतला खड़ा होता है वहां भी शराब के छीटें डाले जाते हैं.

आज भी किया जाता है ये टोटका

आज के जमाने में भी लोग ये टोटका करते हैं. इसके पीछे की वचह बताते हुए श्रीराम लीला कमेटी छावनी परिषद के महामंत्री गणेश अग्रवाल ने बताया कि हमने दो बार ऐसा किया था कि रावण के पुतले को शराब नहीं पिलाई तो रावण का पुतला खड़ा ही नहीं हुआ. पूरी कोशिशें की गई और जब ज्यादा लोगों को रावण का पुतला खड़ा करने के लिए लगाया गया तो पुतला बीच में टूट गया.

गणेश अग्रवाल ने आगे बताया कि बुजुर्गो ने कहा कि शराब पिला दो ये टोटका है और फिर रावण का पुतला खड़ा करो. रावण के पुतले को जोड़कर जैसे ही शराब पिलाई गई तो आसानी से पुतला खड़ा हो गया. जिसके बाद से ये चलन शुरू हो गया, यहां रावण, कुंभकरण और मेघनाद तीनों के पुतले को खड़ा करने से पहले शराब पिलाई जाती है और फिर उसे खड़ा किया जाता है.

इतने फीट के रावण को होता है दहन

64 सालों से यहां रामलीला का मंचन किया जा रहा है. यहां रावण का पुतला 130 फीट, कुंभकरण का 120, मेघनाद का 110 फीट का पुतला दहन किया जाता है. यहां के लोगों का मानना है कि अगर दहन से पहले रावण के पुतले को शराब नहीं पिलाई जाएगी, को वो खड़ा नहीं होगा.

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