सूडान के सेना का बड़ा ऐलान, देश के सबसे महत्वपूर्ण शहर ओबैद से अर्धसैनिक समूह का कब्जा खत्म

Aarti Kushwaha
Aarti Kushwaha
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
Must Read
Aarti Kushwaha
Aarti Kushwaha
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Sudan: सूडान में करीब एक साल एसएएफ और आरएसएफ के बीच भीषण संघर्ष जारी है, जिसमें अब तक 29,683 लोगों की जान जा चुकी है और बड़ी संख्या में लोग बेघर हो गए हैं. इसी बीच सूडानी सशस्त्र बलों (एसएएफ) ने ऐलान किया है कि उन्होंने उत्तरी कोर्डोफन राज्य की राजधानी एल ओबैद की घेराबंदी समाप्त कर दी है और व्हाइट नाइल राज्य के अल-गिटैना शहर पर फिर से नियंत्रण हासिल कर लिया है.

दरअसल, एसएएफ के प्रवक्ता नबील अब्दुल्ला ने कहा कि “एसएएफ के अल-सैय्यद (मोबाइल फोर्स) ने सफलतापूर्वक एल ओबैद का मार्ग खोल दिया है और शहर में अल-हजाना फोर्स के साथ शामिल हो गए हैं. साथ ही व्हाइट नाइल राज्य के सैन्य बलों ने मिलिशिया फोर्स को नष्ट कर दिया और अल-गिटैना शहर को पूरी तरह अपने नियंत्रण में ले लिया है.”

व्यापार और कृषि के लिए एक महत्वपूर्ण

दरअसल, एल ओबैद सूडान के व्यापार और कृषि के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र है. यह शहर गृहयुद्ध शुरू होने के बाद से अर्धसैनिक बल रैपिड सपोर्ट फोर्स (आरएसएफ) के कब्जे में था. ऐसे में यह शहर दक्षिण सूडान से पूर्वी सूडान के पोर्ट सूडान तक जाने वाली तेल पाइपलाइन के रास्ते में पड़ता है. इसके अलावा, यह क्षेत्र रणनीतिक रूप से भी काफी अहम माना जाता है.

सेना ने हाल ही में घोषणा की थी कि उसने विभिन्न मोर्चों पर आरएसएफ के खिलाफ अपनी स्थिति मजबूत कर ली है. 17 फरवरी को सेना ने कहा कि “हमने बहरी शहर में काफ़ौरी क्षेत्र पर पूरा नियंत्रण हासिल कर लिया है, जो शहर में आरएसएफ का आखिरी गढ़ था.”

अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने की संघर्ष विराम की अपील

बता दें कि सूडान में अप्रैल 2024 से ही एसएएफ और आरएसएफ के बीच भीषण संघर्ष जारी है, ऐसे में अब तक 29,683 लोगों की जान जा चुकी है और बड़ी संख्या में लोग बेघर हो गए हैं. इतना ही नहीं, इस जंग के कारण सूडान की अर्थव्यवस्था और बुनियादी ढांचा बुरी तरह प्रभावित हुआ है. हजारों लोग पड़ोसी देशों में शरण लेने को मजबूर हुए हैं. ऐसे में कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने संघर्ष विराम की अपील की है, लेकिन अब तक कोई स्थायी समाधान नहीं निकल पाया है.

इसे भी पढें:-महाशिवरात्रि पर पशुपतिनाथ मंदिर में दस लाख श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद, स्वागत के लिए तैयार नेपाल

 

Latest News

03 November 2025 Ka Panchang: सोमवार का पंचांग, जानिए शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय

03 November 2025 Ka Panchang: हिंदू धर्म में किसी भी कार्य को करने से पहले शुभ और अशुभ मुहूर्त...

More Articles Like This