Vatican City: पोप फ्रांसिस के निधन के बाद वेटिकन सिटी में नए पोप के चयन की तैयारियां तेज हो गई है. इसके लिए आयोजित होने वाले सम्मेलन की भी शुक्रवार से तैयारी शुरू कर दी गई है, जिसके लिए सिस्टिन चैपल की छत पर चिमनी लगाई जा रही है.
बता दें कि सिस्टिन चैपल की छत पर लगाई गई इस चिमनी से निकलने वाले धुएं से पोप फ्रांसिस के उत्तराधिकारी के चुनाव का संकेत दिया जाएगा. दरअसल, सात मई को नए पोप के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया जाना है, जिसके लिए यह चिमनी काफी महत्वपूर्ण होने वाला है.
क्या है पोप चुने जाने की परंपरा?
दरअसल, वेटिकन सिटी में पोप चुने जाने की परंपरा अलग है. यहां मतदान के बाद मत पत्रों को एक भट्टी में जलाया जाता है, जिसका धुआं चिमनी के जरिये ऊपर उठता है, जो पूरी दुनिया को नए पोप के चुने जाने और चुनाव परिणामों का संकेत देता है. यदि किसी उच्च पादरी को पोप नहीं चुना जाता है, तो मतपत्रों में पोटेशियम परक्लोरेट, एन्थ्रेसीन (कोयला टार का एक घटक) और सल्फर युक्त ‘कार्ट्रिज’ मिलाए जाते हैं, जिससे काला धुआं निकले. वहीं, यदि कियी पादरी का चुनाव होता है, तो जलते हुए मतपत्रों में पोटेशियम क्लोरेट, लैक्टोज और क्लोरोफॉर्म मिलाए जाते हैं, ताकि सफेद धुआं उत्पन्न हो.