Russia-Ukraine conflict: रूस और यूक्रेन के बीच तीन साल से भी अधिक समय से चल रही जंग के बीच पहली बार मॉस्को और कीव के बीच सीधी शांति वार्ता हुई, लेकिन इसके कुछ घंटों के बाद ही रूस ने यूक्रेन पर हमला बोल दिया. इसकी जानकारी यूक्रेनी अधिकारियों की ओर से दी गई है.
उन्होंने बताया कि शनिवार को रूस के एक ड्रोन ने एक बस को टक्कर मार दी, जिससे सुमी क्षेत्र में नौ लोगों की मौत हो गई और चार अन्य घायल हो गए. इसी बीच राष्ट्रीय पुलिस ने अपने एक पोस्ट के माध्यम से कहा कि यह सिर्फ़ एक और गोलाबारी नहीं है, बल्कि एक निंदनीय युद्ध अपराध है. वहीं, रूसी मीडिया ने भी रक्षा मंत्रालय के एक बयान का हवाला देते हुए बताया कि रूसी सेना ने सुमी क्षेत्र में यूक्रेनी सैन्य उपकरण मंचन क्षेत्र पर ड्रोन से हमला किया.
1,000 युद्धबंदियों की अदला-बदली पर बनी सहमति
बता दें कि इसी हफ्ते अस्थायी युद्धविराम को लेकर तुर्की में रूसी और यूक्रेनी अधिकारियों की बैठक हुई, जो असफल रही. लेकिन इस दौरान दोनों पक्षों के 1,000 युद्धबंदियों की अदला-बदली पर सहमति बनी. जो अब तक की सबसे बड़ी अदला-बदली है. बैठक के बाद यूक्रेन के रक्षा मंत्री रुस्तम उमेरोव ने कहा कि अब अगला कदम रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के बीच बैठक करवाने पर होगा.
दोनों देशों के बीच वार्ता में नहीं हुई कोई खास प्रगति
सुमी के सैन्य प्रशासन के प्रमुख इहोर तकाचेंको के मुताबिक, युद्धविराम समेत अन्य प्रमुख मुद्दों पर वार्ता में कोई खास प्रगति नहीं हो पाई. वहीं, यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने कहा कि उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और अन्य यूरोपीय नेताओं के साथ नतीजों पर चर्चा की. इस दौरान उन्होंने मॉस्को पर कड़े प्रतिबंध लगाने का भी आग्रह किया, यदि रूस पूर्ण और बिना शर्त युद्धविराम के लिए प्रतिबद्ध नहीं होता.
रूस पर नए प्रतिबंध लगा सकता है यूक्रेन
अल्बानिया में यूरोपीय नेतृत्व की बैठक के दौरान ज़ेलेंस्की ने हिंसा को समाप्त करने के महत्व पर जोर दिया. यूक्रेन जहां बिना शर्त युद्धविराम मांग रहा है तो वहीं, रूस 1,000 कैदियों की अदला-बदली पर अड़ा रहा. इससे पहले जेलेंस्की ने कहा कि अगर इस्तांबुल में वार्ता किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंचती, तो पश्चिमी देश रूस के ऊर्जा क्षेत्र और बैंकों पर नए प्रतिबंध लगाएं.