Donald Trump: वाशिंगटन में बुधवार की देर रात (अमेरिकी समयानुसार) कैपिटल यहूदी संग्रहालय के बाहर इजरायली दूतावास के दो कर्मचारियों की गोली मारकर हत्या कर दी गई, जिसकी अमेरिकी राष्ट्रपति ने कड़ी निंदा की है. साथ ही इसे यहूदी विरोधी कृत्य बताया.
बता दें कि अज्ञात हमलावर ने इजरायली दूतावास के दो कर्मचारियों को म्यूजियम से बाहर निकलते समय गोली मार दी. मारे गए कर्मचारियों में एक महिला और एक पुरूष कर्मचारी थें. इसकी पुष्टि अधिकारियों द्वारा की गई है और इसे यहूदी-विरोधी भावना से प्रेरित अपराध मानकर एक बहु-एजेंसी जांच शुरू की.
यहूदी-विरोधी घटनाओं को होना चाहिए खत्म
वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने ट्रुथ सोशल अकाउंट पर पोस्ट करते हुए लिखा कि “डीसी में ये भयानक हत्याएं, जो स्पष्ट रूप से यहूदी-विरोधी हैं, इन्हें अब खत्म होना चाहिए. नफरत और कट्टरता का अमेरिका में कोई स्थान नहीं है. पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना. बहुत दुख की बात है कि ऐसी चीजें भी हो सकती हैं, भगवान आप सभी का भला करे.”
मार्को रुबियो ने भी हत्याओं की निंदा
राष्ट्रपति ट्रंप के अलावा, विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने भी इन हत्याओं की निंदा की. उन्होंने कहा कि “यह कायराना, यहूदी-विरोधी हिंसा का एक निंदनीय कृत्य था. कोई गलती न करें, हम जिम्मेदार लोगों का पता लगाएंगे और उन्हें न्याय के कटघरे में लाएंगे.”
इसके अलावा, इजरायल में अमेरिकी राजदूत माइक हुकाबी ने भी घटना पर गुस्सा व्यक्त किया. उन्होंने इसे “आतंक का भयानक कृत्य” बताया. माइक हुकाबी ने बताया कि अटॉर्नी जनरल पाम बोंडी शूटिंग के तुरंत बाद घटनास्थल पर पहुंची थीं.
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